पुणे (तेज समाचार डेस्क). मानव और संसाधनों की भारी कमी से जूझ रहे पिंपरी चिंचवड़ पुलिस आयुक्तालय की दिक्कतें कहीं कम होती नजर नहीं आ रही. बीती शाम ही जिले के पालकमंत्री गिरीश बापट ने आयुक्तालय की असुविधाओं को जल्द दूर करने का भरोसा दिलाया. इसके दूसरे ही दिन पिंपरी-चिंचवड़ के पुलिस कमिश्नर आरके पद्मनाभन के ऑफिस के लैंडलाइन फोन की आउटगोइंग बंद हो गई.
– फोन का बिल पेंडिंग
बताया जा रहा है कि आयुक्तालय शुरू होने के बाद शुरू किए गए 020-27450555 इस लैंडलाइन नंबर का दो हजार से भी ज्यादा रुपये का फ़ोन बिल चुकाया नहीं गया, जिसके चलते उसकी आउटगोइंग बन्द कर दी गई.
– 15 पुलिस थानों के लिए सिर्फ 45 वाहन
पुणे शहर और जिला (ग्रामीण) पुलिस थानों के विभाजन के बाद 15 अगस्त से पिंपरी चिंचवड़ पुलिस आयुक्तालय शुरू किया गया है. चिंचवड़ के प्रेमलोक पार्क में पिंपरी चिंचवड़ मनपा की स्कूल इमारत में आयुक्तालय होना है. मगर यहां का निर्माण और अन्य काम पूरा न होने के कारण चिंचवड़ के ऑटो क्लस्टर से इसका कामकाज शुरू किया गया है. नया आयुक्तालय मानव संसाधन, वाहन और अन्य संसाधनों की भारी कमी से जूझ रहा है. 15 पुलिस थानों वाले आयुक्तालय के लिए मात्र 45 वाहन उपलब्ध कराए गए हैं. इसमें भी कई वाहन खटारा स्थिति में है. खुद अतिरिक्त पुलिस आयुक्त मकरंद रानडे, उपायुक्त नम्रता पाटिल और विनायक ढाकने खटारा वाहनों से त्रस्त हैं.
– निजी वाहनों से हो रही पेट्रोलिंग
यहीं नहीं दूसरे पुलिस अधिकारी और कर्मचारी भी अपने निजी वाहनों के इस्तेमाल से पैट्रोलिंग और दूसरे कामकाज को चला रहे हैं. नए आयुक्तालय की दिक्कतों की सुध न पुलिस महानिदेशक कार्यालय ले रहा न स्थानीय जनप्रतिनिधि और न सरकार. बीते दिन चिखली पुलिस थाने के उदघाटन समारोह में भी पुलिस आयुक्त आरके पद्मनाभन और अतिरिक्त पुलिस आयुक्त मकरंद रानडे ने अपने संबोधन में आयुक्तालय को खल रही कमियों से अवगत कराया. इस पर पालकमंत्री गिरीश बापट ने जल्द से जल्द इन दिक़्क़तों को दूर करने का भरोसा दिलाया. अभी इस घोषणा को 24 घंटे भी नहीं बीते कि, पुलिस आयुक्त पद्मनाभन के दफ्तर का 020- 27450555 इस लैंडलाइन नंबर का आउटगोइंग बंद कर दिये जाने की जानकारी सामने आई है. इस नंबर का फोन बिल अदा न किये जाने से आउटगोइंग बन्द किये जाने की बात भी सामने आई है.