पिंपरी (तेज समाचार डेस्क). कोरोना के संक्रमण के चलते घोषित लॉक डाउन के दौरान गुटखा और शराब की तस्करी जोरों पर रहने की बात लगातार की जा रही पुलिसिया कार्रवाई से साबित हो चुकी है. मगर अब ऐसा एक मामला सामने आया है जिसमें पुलिसवाला ही गुटखा की तस्करी में शामिल पाया गया. पुणे जिला (ग्रामीण) पुलिस के अंतर्गत नारायणगांव पुलिस ने शिरूर पुलिस थाने में कार्यरत एक पुलिसकर्मी समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर उनके पास से 30 हजार रुपये का प्रतिबंधित गुटखा और तस्करी में इस्तेमाल किये गयर वाहन कुल तीन लाख 80 हजार रुपए का माल बरामद किया है. यह मामला सामने आने के बाद आठ घंटे के भीतर संबंधित पुलिसकर्मी को निष्कासित कर दिया गया है.
गिरफ्तार आरोपियों में किशोर ज्ञानदेव धवडे (29), हनिफ इब्राहीमभाई तांबोली (57, शिरूर भाजीबाजार, शिरूरे), इरफान हमीद मोमीन (41, आलेफाटा, जुन्नर) का समावेश है. इनमें से किशोर धवड़े पुलिसकर्मी है और फिलहाल शिरूर पुलिस थाने में तैनात था. शनिवार की मध्यरात्रि धवडे व तांबोली एक बिना नंबर प्लेट के वाहन में सवार होकर तेज रफ्तार से मांजरवाडी रोड से जा रहे थे. मांजरवाडी में नाकाबंदी पर रहे पुलिस पाटिल सचिन किसनराव टाव्हरे ने उनका वाहन रोका. धवड़े यूनिफॉर्म में थे, पूछने पर उन्होंने बताया कि वे दोनों खाना खाने जा रहे हैं. इसके बाद वे फिर तेज रफ्तार से निकल गए. टाव्हरे ने इसकी जानकारी सहायक पुलिस निरीक्षक अर्जुन घोडे पाटिल को दी.
इसके बाद पुलिस कर्मचारी मुद्दसर शेख, स्वप्नील लोहार, सचिन सातपुते ने धवड़े के वाहन का पीछा किया. मांजरवाडी से करीबन डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर उन्हें रोक लिया गया. घोड़े पाटिल ने वाहन की तलाशी ली तो उसमें 30 हजार रुपए का गुटखा बरामद हुआ. पूछताछ में उन्होंने बताया कि यह गुटखा आलेफाटा के इरफान मोमीन से खरीदकर शिरूर ले जा रहे थे. इसके बाद पुलिस ने इरफान को भी गिरफ्तार कर लिया. जुन्नर की अदालत में पेश करने पर उन्हें जमानत मंजूर की गई. बहरहाल जांच में यह भी सामने आया है कि धवड़े अपने पद का दुरुपयोग कर प्रतिबंधित गुटखा के कारोबार में लिप्त थे. इसके चलते पुणे जिला पुलिस अधीक्षक संदीप पाटिल ने धवड़े को तत्काल सेवा से निष्कासित करने का आदेश दिया.