नई दिल्ली ( तेजसमाचार ब्यूरो ) – निस्कोर्ट मीडिया कॉलेज गाजियाबाद में प्रेस स्वतंत्रता और मीडिया रेगुलेशन पर दो दिवसीय नेशनल कॉन्फ्रेंस का आखिरी दिन पैनल डिस्कशन से शुरू हुआ। जिसमें डॉक्टर चारू लता सिंह डीन इंस्टीट्यूट ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज दिल्ली, श्री अनिल पांडे वरिष्ठ पत्रकार एवं मीडिया कर्मी, वरिष्ठ पत्रकार एवं राजनैतिक विश्लेषक श्री हर्षवर्धन त्रिपाठी एवं डॉ पंकज श्रीवास्तव वरिष्ठ पत्रकार उपस्थित रहे। पैनल को मॉडरेट मीडिया विशेषज्ञ एवं लेखक श्री आशीष कॉल ने किया ने किया।
प्रेस स्वतंत्रता और मीडिया रेगुलेशन पर अपनी बात रखते हुए अनिल पांडे ने कहा कि आज प्रेस काउंसिल नख शिख दंत विहीन संस्था बन गई है। सूचना का प्रवाह पश्चिम की तरफ से होने की वजह से आज भी भारतीय मीडिया पाश्चात्य मीडिया पर सूचना के लिए निर्भर है।
डॉक्टर चारू ने बताया की मीडिया सेल्फ रेगुलेशन यदि खुद निर्धारित नहीं करेगी तो बाहरी दबाव के चलते रेगुलेशन होगा जो मीडिया की स्वतंत्रता के लिए किसी भी प्रकार से उपर्युक्त नहीं है।
पंकज श्रीवास्तव का उनके अनुसार जिस तरह दुकान ना चलने पर डॉक्टर झाड़-फूंक और ताबीज नहीं बांट सकता उसी तरह के टी आर पी के नाम पर मीडिया स्तरहीन नहीं हो सकता। टीआरपी की जंग में चैनल मदारी हो गए हैं और पत्रकार उनके बंदर बन चुके हैं।
अपनी बात रखते हुए वरिष्ठ पत्रकार हर्षवर्धन ने बताया कि प्रेस की स्वतंत्रता पर सबसे बड़ा खतरा सेलिब्रिटी पत्रकार हैं जिनकी वजह से न्यूज़ की सत्यता संकट में है हर बात के लिए कोई खास एजेंडा छुपा हुआ है और सेलिब्रिटी पत्रकार उस एजेंडे पर काम कर रहे हैं वार्ता के लिए सबसे बड़ा खतरा है।
पैनल के मॉडरेटर आशीष कॉल ने सफलतापूर्वक संचालन किया। दूसरे सत्र में की नोट श्री पंकज चतुर्वेदी द्वारा दिया गया। दिल्ली,गुजरात, राजस्थान, मध्यप्रदेश,और तमिलनाडु से आये शोधार्थी शिक्षकों एवं मिडिया कर्मियों ने अपने शोध पत्र प्रस्तुत किए।
समापन समारोह में के.जी.सुरेश ने कहा कि आज छात्र पत्रकारिता में अधकचरी जानकारी के साथ फील्ड में आते हैं, ऐसे में इस तरह की स्तरहीनता की स्थिति स्वाभाविक है। ध्यान रखने की बात है कि स्वतंत्रता के साथ जिम्मेदारी भी आती है। मीडिया को मजबूत बनाना है तो राजनीतिक पार्टियों को अपना चैनल लाकर मीडिया की स्वतंत्रता पर प्रश्नचिन्ह नहीं लगाना चाहिए। स्कूलों में सोशल मीडिया के उपयोग पर विस्तृत जानकारी देना भी जरूरी है, तभी नागरिक सोशल मीडिया की शक्ति का सही उपयोग कर सकेंगे।
कार्यक्रम के अंत में श्री के.जी. सुरेश को उनके मीडिया एवं शिक्षा के क्षेत्र में दिए गए अप्रतिम योगदान के लिए लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड प्रदान किया गया। यह अवॉर्ड निस्कोर्ट मीडिया कॉलेज के डायरेक्टर डॉ जोस मुरिकिन और यूरेका पब्लिकेशन मैनेजिंग डायरेक्टर अभिषेक शुक्ला ने दिया। नेशनल कॉन्फ्रेंस के अंत में कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ ऋतु दुबे तिवारी ने दो दिवसीय नेशनल कॉन्फ्रेंस को यादगार बनाने के लिए सब का आभार व्यक्त किया।