नागपुर ( तेजसमाचार प्रतिनिधि ) – शुक्रवार को नागपुर के सुरेश भट सभागृह में अटल सम्मान वितरण कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मा.गो. वैद्य को जीवन गौरव पुरस्कार प्रदान किया गया.
इस दौरान भूतल परिवहन मंत्री नितीन गडकरी, प्रभारीमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले, सामाजिक न्याय मंत्री राजकुमार बडोले, महापौर नंदा जिचकार, जिप अध्यक्ष निशा सावरकर आदि मंच पर मोजूद थे.
कार्यक्रम के दौरान सम्मान स्वीकार करते हुए संघ के वरिष्ठ प्रचारक मा.गो वैद्य ने अटल बिहारी वाजपेयी से जुड़े एक संस्मरण का उल्लेख किया .मा.गो वैद्य ने कहा है कि एक बैठक में वाजपेयी ने उनका परिचय संघ के प्रचारक के तौर पर किया था. तब उन्होंने अटल जी कि बात को काटते हुए कहा था कि वे प्रचारक नहीं प्रचारकों के बाप हैं. वाजपेयी को शायद जवाब असहज लगा कि कहीं यह अहंकार की बात तो नहीं. तब मैंने उनसे कहा कि मेरे दो पुत्र संघ के प्रचारक हैं. इसलिए मैं कहता हूं कि मैं प्रचारकों का बाप हूं. मा.गो वैद्य ने यह भी कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं को वाजपेयी की सादा जीवनशैली से सीख लेनी चाहिए. वाजपेयी का उदहारण देते हुए उन्होंने कहा कि सादा स्वयंसेवक प्रधानमंत्री बन सकता है.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रवक्ता रहे 96 वर्षीय श्री वैद्य अपनी बेबाक शैली के लिए पहचाने जाते रहे हैं. वाजपेयी के व्यक्तित्व का जिक्र करते हुए श्री वैद्य ने कहा कि नागपुर में संघ के तृतीय वर्ष कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिविर में उनकी पहली मुलाकात वाजपेयी से हुई थी. उसके बाद वाजपेयी उनके घर पर भी आए थे. वाजपेयी ने मेहमान रहते हुए अपने वस्त्र स्वयं धोये थे. वैद्य ने कहा कि उनके जीवन की सादगी अनुकरणीय है.
कार्यक्रम में भूतल परिवहन मंत्री नितीन गडकरी ने मा. गो. वैद्य के जीवन को संघर्षमय बताते हुए कहा कि वैद्य परिवार समाजसेवा में समर्पित है. उनका संघर्ष देश के लिए अनुकरणीय है.
इस दौरान विविध क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए हरिश्चंद्र बोरकर, प्रभाकर धाकडे, मुबारक सैयद, भाऊ काणे, अनंता वाघ, हरिभाऊ लोणकर, सुचिता सोलंके, माधव पोटस्थाने, गोपालरा कोसाड, संगीता सव्वालाखे, गणराज पाटील, अभिषेक ढवरे आदि का सम्मान किया गया.