नई दिल्ली (तेज समाचार डेस्क): देश के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर की आज 116वीं जयंती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार सुबह विजय घाट पहुंचकर पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को श्रद्धांजलि दी और श्रद्धासुमन अर्पित किए।राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति एम.वेंकैया नायूड व लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला समेत कई नेताओं ने याद करते हुए श्रद्धासुमन अर्पित किए।
राष्ट्रपति कोविंद ने शास्त्री जी की जयंती पर उन्हें याद करते हुए लिखा कि पूर्व प्रधानमंत्री श्री लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती पर उनकी स्मृति को नमन। वे भारत के एक महान पुत्र थे, जिन्होंने हमारे देश की पूरी लगन और समर्पण के साथ सेवा की। उनकी सादगी, सत्यनिष्ठा और साहसिक नेतृत्व आज भी पूरे देश के लिए एक प्रेरणा का स्रोत है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शास्त्री जी को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि भारत शास्त्री जी के बहुमूल्य योगदान को कभी नहीं भूलेगा। वह एक आदर्शवादी थे, जो कभी अपने आदर्शों और सिद्धांतों से विचलित नहीं हुए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री शास्त्री जी को याद किया और श्रद्धासुमन अर्पित करे। मोदी ने वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा कि ‘जय जवान जय किसान’ के उद्घोष से देश में नव-ऊर्जा का संचार करने वाले पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी को उनकी जयंती पर शत-शत नमन।
कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह व पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के पुत्र अनिल शास्त्री भी अपने परिवार के साथ यहां पहुंचकर अपने पिता को श्रद्धांजलि अर्पित की। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उप मुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया ने भी विजयघाट पहुंचकर पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को श्रद्धांजलि दी।
उपराष्ट्रपति ने शास्त्री की जयंती पर लगातार तीन ट्वीट किए और लिखा कि शास्त्री जी ने सार्वजनिक जीवन में सादगी, सत्यनिष्ठा, कर्मठता और नेतृत्व क्षमता के अनुकरणीय मानदंड स्थापित किए। शास्त्री जनभाषा में जन संवाद करते थे, जन भावनाओं को समझते थे। सक्षम प्रशासक के रूप में उन्होंने कड़े निर्णय लिए और उनका सफलतापूर्वक कार्यान्वयन सुनिश्चित किया। उन्होंने जिन नैतिक मूल्यों को स्थापित किया वे आज भी प्रासंगिक हैं और भावी पीढ़ियों के लिए अनुकरणीय रहेंगे।
उपराष्ट्रपति ने देश युवाओं और छात्र-छात्राओं ने आग्रह किया कि वे शास्त्री जी के जीवन, उनके व्यक्तित्व और कृतित्व से प्रेरणा लें। देश के प्रति उनकी निष्ठा और समर्पण भाव को जीवन में आत्मसात करें।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने लिखा कि कृतज्ञता और संकल्प का दिन है आज। पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी को उनकी जयंती पर भावभीनी श्रद्धांजलि।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने लिखा कि श्री लाल बहादुर शास्त्री जी सच्चे अर्थों में भारत रत्न थे, उन्होंने अपनी ईमानदारी, सादगी, कर्तव्यनिष्ठा और दृढ़ संकल्प से भारत का नेतृत्व किया। गुदड़ी के लाल शास्त्री जी ने न सिर्फ देश के वीर सैनिकों का मनोबल बढ़ाया बल्कि किसानों को भी आत्मनिर्भर बनाने के लिए भरसक प्रयास किए।
कांग्रेस पार्टी ने शास्त्री जी की जयंती पर ट्वीट करते हुए लिखा कि हम लाल बहादुर शास्त्री को कांग्रेस पार्टी, स्वतंत्रता सेनानी और आम जनता के नेता के रूप में सम्मानित करते हैं। उन्होंने हमें ‘जय जवान जय किशन’ का नारा दिया और प्रधानमंत्री के रूप में लोगों के लिए अथक परिश्रम किया। राष्ट्र में उनके योगदान के लिए उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया।
उल्लेखनीय है कि लाल बहादुर शास्त्री का जन्म 2 अक्टूबर 1904 को उत्तर प्रदेश के मुगलसराय में हुआ था। 9 जून 1964 को भारत के प्रधानमन्त्री का पदभार ग्रहण करने के बाद वे देश के दूसरे प्रधानमंत्री बने। 11 जनवरी 1966 को ताशकंद में शास्त्री जी का आकस्मिक निधन हो गया।