पिंपरी (तेज समाचार डेस्क). मुंबई की धारावी की भांति चिंचवड़ स्थित आनंदनगर झोपड़पट्टी में कोरोना बम फटा है. यहां आये दिन संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ रही है. एहतियात के तौर पर मनपा प्रशासन ने इस इलाके को सील करते हुए यहां लोगों की आवाजाही पर पूरी तरह से रोक लगा दी है. इससे यहां के गरीब नागरिकों को भुखमरी का सामना करना पड़ रहा है. सोमवार को एक बार फिर यहां के लोगों का आक्रोश भड़का और उन्होंने पुनः सील तोड़ते हुए सड़कों पर उतर आए. पुलिस ने लोगों को काफी समझाने की कोशिश की मगर ‘या तो हमें काम धंधा करने के जाने दो या फिर हमें दो वक्त का खाना दो’ इस मांग को लेकर लोग अड़े रहे. उसी में पुलिस ने थोड़ा बल का प्रयोग करना चाहा तो लोगों का गुस्सा भड़का और उन्होंने पत्थरबाजी शुरू कर दी. इसमें कई वाहन नुक्सानग्रस्त हुए तो कुछ पुलिसवाले चोटिल हो गए.
– कंटेन्मेंट जोन में नहीं दी गई ढील
कोरोना की रोकथाम के लिए सरकार द्वारा जारी लॉकडाउन में सोमवार से शिथिलता लायी गयी है. पुणे और पिंपरी चिंचवड़ में जनजीवन पूर्व स्थिति में लौटने लगा है. हालांकि कई जगहों पर सोशल डिस्टन्टिंग के नियमों की धज्जियां उड़ गई. शिथिलता का कोई लाभ कोरोना प्रभावित यानी कंटेन्मेंट जोन में नहीं मिलेगा, यह स्पष्ट कर दिया गया है. लगातार बढ़ते मरीज़ों की संख्या ध्यान में रखकर चिंचवड़ की आनंदनगर झोपड़पट्टी भी कंटेन्मेंट जोन घोषित की गई है. औरों की तरह हमारे लिए भी कुछ शिथिलता लाएं ताकि हम अपना काम धंधा कर अपना और अपने परिवार का पेट पाल सकें. इस मांग को लेकर यहां के सैकड़ों नागरिक सड़कों पर उतर आए. यहां तैनात पुलिसवालों ने लोगों को काफी समझाने की कोशिश की मगर लोग समझने के लिए तैयार न थे. उल्टे पुलिसवालों पर ही भड़क उठे. अतिरिक्त पुलिस बल के आने के बाद पुलिस ने थोड़ा बल का प्रयोग करने की कोशिश की तो लोगों का पारा चढ़ गया और उन्होंने पथराव शुरू कर दिया. जवाब में पुलिस ने लाठीचार्ज कर हालात पर काबू पाया.
– पथराव में कई वाहन क्षतिग्रस्त
इस पथराव में कुछ दोपहिया और चारपहिया वाहन नुक्सानग्रस्त हुए तो कुछ पुलिसवालों के भी चोटिल होने की खबर है. फिलहाल इलाके में शांतिपूर्ण तनाव बना हुआ है. इससे पहले, जब इस इलाके को कंटेन्मेंट जोन घोषित किया गया था, तब भी आनंदनगरवासियों ने सील तोड़ने की कोशिश की थी और सड़कों पर उतर आए थे. तब विधायक अण्णा बनसोडे समेत स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने मनपा की ओर से भोजन और जीवनावश्यक वस्तुओं की आपूर्ति का भरोसा दिलाकर लोगों को शांत कर दिया था. मगर आज लॉकडाउन शिथिल होने के पहले ही दिन ‘कम से कम हमें नौकरी धंधे पर तो जाने दो’ इस मांग को लेकर यहां के लोग फिर सड़कों और उतर आये. आज भी भीड़ में महिलाओं की तादात ज्यादा थी. आज फिर एक बार यहां सोशल डिस्टन्टिंग की धज्जियां उड़ गई, ऐसे में यहां कोरोना का संक्रमण फैलने का खतरा भी बढ़ गया है. बहरहाल चिंचवड़ पुलिस ने हालात पर काबू पा लिया है. हालांकि यहां तनावपूर्ण शांति कायम है.