पुणे (तेज समाचार डेस्क). भाजपा की बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ इकाई के पिंपरी चिंचवड़ अध्यक्ष अमित गुप्ता ने रेलमंत्री पीयूष गोयल से मिलकर पुणे-गोरखपुर ट्रेन के रोजाना संचालन की मांग की है.इस बारे में उन्होंने गोयल को ज्ञापन सौंपा है जिसमें उन्होंने पुणे बसे उत्तर भारतीयों को होने वाली असुविधाओं से अवगत कराया.साथ ही सवाल उठाया कि मुंबई से एक दिन में तीन से चार ट्रेन गोरखपुर के चलाई जा सकती है तो पुणे से एक ट्रेन रोजाना क्यों नहीं चलाई जा सकती?
– 1998 से की जा रही मांग
उन्होंने कहा कि, 1998 से मांग चल रही है कि पुणे-गोरखपुर ट्रेन रोजाना चलाई जाय.पुणे की आबादी 20 फीसदी उत्तर भारतीय शामिल है.इसमें सतना, इलाहाबाद, वाराणसी, मऊ, देवरिया, गोरखपुर, बस्ती , गोंडा, लखनऊ, कानपुर, झांसी के निवासियों की आबादी करीबन पांच लाख है.इनकी सुविधा के लिए पुणे-गोरखपुर वाया वाराणसी और वाया लखनऊ हफ्ते मे एक ही दिन चलाई जा रही है.दरभंगा एक्सप्रेस और ज्ञानगंगा एक्सप्रेस जो वाराणसी तक जाती है वो भी हफ्ते मे एक दिन चलाई जाती है.इस ट्रेन से वाराणसी उतर कर गोरखपुर जाने को दूसरी ट्रेन पकड़नी पड़ती है.कई सारे लोग तो मुंबई से टिकट निकालते है. आज की हालत ऐसी है कि रिजर्वेशन होने पर भी सब जनरल डिब्बे के यात्रियों के तरह सफर करना पड़ता है.एक बोगी में कम से कम 200-250 लोग सफर करते हैं.इसमें औरतों, बच्चों को लंबे सफर में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.अमित गुप्ता ने रेलमंत्री पीयूष गोयल को इन तमाम असुविधाओं से अवगत कराते हुए तीन हजार उत्तर भारतीयों के हस्ताक्षर के साथ ज्ञापन सौंपा.पुणे स्टेशन पर जाकर लोगों से राय जानी गई इसमें भी लोगों ने पुणे-गोरखपुर ट्रेन रोजाना चलाने की जरूरत बताई.यह मांग बीते कई सालों से की जा रही है.अब तक कई सरकारें आयी और गई, किसी ने इस गंभीर मसले की ओर ध्यान नहीं दिया.पुणे में बसे उत्तर भारतीयों को अब तक केवल आश्वासन ही मिले हैं.