पिंपरी (तेज समाचार डेस्क)। साल के सबसे बड़े त्योहार दिवाली से पहले घरों में कचरे के साथ साथ साफ- सफाई के दौरान पुराने सामान भी बड़े पैमाने पर निकाल फेंके जाते हैं। कचरा और पुराने सामान निकालते वक्त कई बार ऐसा होता है कि कोई जरूरत का सामान गलती से फेंक दिया जाता है। कुछ ऐसा ही पिंपरी चिंचवड़ के एक घर में जहाँ सफाई के बाद कचरे के साथ जेवरों से भरी पर्स भी चली गई। जब इसकी भनक लगी तब उस पर्स को ढूंढने के लिए एक परिवार को काफी मशक्कत करनी पड़ी। इसमें उन्हें मदद की मनपा के एक सफाई कर्मी ने, जिसने करीबन 18 टन कचरे में से उस जेवर की पर्स खोज निकाली और संबंधितों को सौंप दी।
– साफ सफाई के दौरान गलती से कचरे में चली गई थी पर्स
प्राप्त जानकारी के अनुसार, पिंपले गुरव निवासी एक महिला के घर की सफाई के बाद कचरे के साथ उसने अपनी बहू के लिए बनाए गए जेवर की एक पर्स भी चली गई। रविवार को मनपा के घन्टागाडी कर्मचारी ने उस घर के साथ इलाके का कचरा जमा किया और उसे मोशी स्थित मनपा के कचरा डिपो में ले जाया गया। इस बीच उस महिला के ध्यान में आया कि घर के कचरे के साथ जेवरों से भरी पर्स भी चली गई तब उसकी नींद उड़ गई। उस पर्स में पांच ग्राम सोने के जेवर सहित चांदी के जेवर रखे थे। उसने तत्काल स्थानीय नगरसेवक के जरिये मनपा अधिकारियों से संपर्क साधा। इसके बाद अधिकारियों के जरिये इसकी जानकारी मोशी कचरा डिपो तक पहुंची।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, पिंपले गुरव निवासी एक महिला के घर की सफाई के बाद कचरे के साथ उसने अपनी बहू के लिए बनाए गए जेवर की एक पर्स भी चली गई। रविवार को मनपा के घन्टागाडी कर्मचारी ने उस घर के साथ इलाके का कचरा जमा किया और उसे मोशी स्थित मनपा के कचरा डिपो में ले जाया गया। इस बीच उस महिला के ध्यान में आया कि घर के कचरे के साथ जेवरों से भरी पर्स भी चली गई तब उसकी नींद उड़ गई। उस पर्स में पांच ग्राम सोने के जेवर सहित चांदी के जेवर रखे थे। उसने तत्काल स्थानीय नगरसेवक के जरिये मनपा अधिकारियों से संपर्क साधा। इसके बाद अधिकारियों के जरिये इसकी जानकारी मोशी कचरा डिपो तक पहुंची।
– 25 मिनट की मेहनत के बाद हेमंत लखन ने ढूढ निकाला
कचरा डिपो में कार्यरत हेमंत लखन नामक कर्मचारी जो कि अपने आठ माह के पुत्र के बीमार होने से आधे दिन की छुट्टी पर जाने वाला था, ने इस मामले की गंभीरता को समझा। उसने उस ट्रक को कचरा डिपो के अलगीकरण केंद्र के पास रोका। उसमें करीबन 18 टन कचरा भरा हुआ था। लखन ने पूरा कचरा वहां खाली कराया औऱ पूरे 25 मिनट की मशक्कत के बाद कचरे के अंबार में से जेवरों की पर्स खोज निकाली।
कचरा डिपो में कार्यरत हेमंत लखन नामक कर्मचारी जो कि अपने आठ माह के पुत्र के बीमार होने से आधे दिन की छुट्टी पर जाने वाला था, ने इस मामले की गंभीरता को समझा। उसने उस ट्रक को कचरा डिपो के अलगीकरण केंद्र के पास रोका। उसमें करीबन 18 टन कचरा भरा हुआ था। लखन ने पूरा कचरा वहां खाली कराया औऱ पूरे 25 मिनट की मशक्कत के बाद कचरे के अंबार में से जेवरों की पर्स खोज निकाली।
– बहू के लिए बनावाएं थे जेवर
तब तक संबंधित महिला अपने घरवालों के साथ कचरा डिपो पर पहुंच गई थी। लखन ने 18 टन कचरे में ढूंढ निकाली उस पर्स को महिला के हवाले किया। अपने जेवर पाकर महिला की खुशी का ठिकाना न रहा। उसने कर्मचारी हेमंत लखन का आभार जताया। लखन ने कहा कि उस पर्स में कितने जेवर हैं इससे ज्यादा महत्वपूर्ण था उस महिला की भावनाएं जोकि उन जेवरों के साथ जुड़े थे। उसने ये जेवर अपनी बहू के लिए बनवाये थे।