पुणे (तेज समाचार डेस्क). महामारी कोरोना ने समस्त पुणे में हाहाकार मचा हुआ है. बढ़ते मरीजों के मद्देनजर पुणे और पिंपरी चिंचवड़ शहरों के साथ जिले के कुछ हिस्सों में जारी 10 दिवसीय लॉकडाउन का गुरुवार को अंतिम दिन था, लेकिन अभी तक लॉकडाउन समाप्ति की कोई घोषणा प्रशासन की ओर से नहीं की गई. दूसरी ओर दोनों ही शहरों में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. हालांकि प्रशासन इसकी वजह टेस्टिंग बढ़ना बता रहा है. बढ़ते मरीजों की संख्या के बदौलत पुणे ने कंटेन्मेंट जोन की संख्या भी लगातार बढ़ रही है. अकेले दत्तवाड़ी पुलिस थाने की सीमा में 12 से 14 कंटेन्मेंट जोन हैं. इन जोन्स में पुलिस की गाड़ियों से पैट्रोलिंग करना संभव नहीं हो पा रहा है. इसके चलते पुलिस पर साइकिल से गश्त लगाने की नौबत आयी है.
– नागरिकों से संवाद साधने में आसानी
लोगों में कोरोना संक्रमण के प्रति जागरुकता फैलाने और सोशल डिस्टन्टिंग एवं लॉकडाउन की कड़ी अमलबाजी के लिए पुणे की दत्तवाड़ी पुलिस इन दिनों साइकिल से गश्त लगाते नजर आ रही है. इस बारे में दत्तवाड़ी थाने पुलिस निरीक्षक देवीदास घेवर का कहना है कि हमारे थाने के परिक्षेत्र में 12-14 कंटेंमेंट जोन हैं, जहां पुलिस की गाड़ियों से हर जगह पहुंचना संभव नहीं है ऐसे में साइकिल से हम इन इलाकों का निरीक्षण कर रहे हैं. कोरोना से बचाव के लिए व्यायाम करना भी अति आवश्यक है, लेकिन हमें इसके लिए पर्याप्त समय नहीं मिल पा रहा है. अब साइकिल चलाने से हमारा व्यायाम भी हो रहा है और लोगों से संवाद स्थापित करने में भी आसानी हो रही है.
– मृतकों की संख्या 1068 पहुंची
गौरतलब हो कि पुणे में महामारी कोरोना का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है. शहर में बीते दिन 24 घंटे में रिकॉर्ड 1752 मरीज मिले हैं. कल कुल 883 मरीजों को अस्पताल से डिस्चार्ज दिया गया जबकि 39 मरीजों की इलाज के दौरान मौत हो गई. इसके बाद पुणे में कोरोना से मरनेवालों की संख्या 1068 हो गई है. शहर में संक्रमितों का आंकड़ा 42 हजार 466 तक पहुंच गया है जिसमें से अब तक कुल 25 हजार 129 मरीज कोरोना को मात देने में सफल हुए हैं और अस्पताल से डिस्चार्ज पाकर घर लौट चूके हैं. पुणे के अस्पतालों में फिलहाल 16 हजार 269 मरीजों का इलाज चल रहा है. समस्त पुणे जिले की बात करें तो पश्चिम महाराष्ट्र में यह जिला कोरोना का हॉटस्पॉट बना हुआ है. जिले में अब तक 58 हजार 27 कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. इसमें से 1455 मरीजों की इलाज के दौरान मौत हो चुकी है जबकि 36 हजार 27 मरीज इलाज के बाद स्वस्थ होकर अस्पताल से घर लौट गए हैं. जिले में फिलहाल 20 हजार 545 संक्रमितों का इलाज जारी है.