पुणे (तेज समाचार डेस्क). 10 वर्षों तक कई गंभीर मामलों की गुत्थियां सुलझाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली पुणे ग्रामीण पुलिस के बम निरोधक टीम (बम डिटेक्शन एंड डिस्पोजल स्क्वॉड) के डॉग स्क्वॉड की दो मादा श्वान ‘रानी’ व ‘राधा’ रिटायर हो गईं. दोनों की सेवानिवृत्ति से बम निरोधक दस्ते के पुलिसकर्मी भावुक हो गए. बता दें कि पाषाण रोड पर पुणे ग्रामीण पुलिस के मुख्यालय में बम निरोधक दस्ता है. इसमें 10 वर्ष पहले लैब्रोडर जाति की 2 मादा श्वान शामिल हुईं. ये दोनों सगी बहनें हैं. बड़ी का नाम रानी व छोटी का नाम राधा रखा गया. दोनों को कड़ी ट्रेनिंग देकर तैयार किया गया था. आठ से नौ वर्षों तक सेवा करने के बाद डॉग की कार्यक्षमता कम हो जाती है. इसी वजह से भारी मन से दोनों को रिटायर करने का निर्णय लिया गया. ग्रामीण पुलिस मुख्यालय स्थित बम निरोधक दस्ते के ऑफिस में एक कार्यक्रम आयोजित कर रानी व राधा को भावभीनी विदाई दी गई. इस अवसर पर उपविभागीय पुलिस अधिकारी अनिल लंभाते, उपविभागीय अधिकारी विजय चौधरी, एलसीबी के पुलिस निरीक्षक पद्माकर घनवट, सहायक निरीक्षक प्रशांत पवार, श्वान प्रशिक्षक राम जगताप, मंगेश पतंगे, गणेश फापाले आदि उपस्थित थे.
– कई पेचीदा मामले हल किये
रानी व राधा ने विभिन्न गंभीर व पेचीदा मामले हल किये. पुणे जिले के पिंपलगांव में गन्ने की कटाई करने वाली महिला की हत्या, बारामती के चिंकारा हिरण शिकार, रांजणगांव मर्डर, शिरूर स्थित स्टेट बैंक डकैती, दौंड में हुई डकैती, जेजुरी के नाबालिग से बलात्कार व रेप तथा भिगवण तक्रारवाड़ी में नाबालिग लड़के की हत्या जैसे कई मामलों की गुत्थी सुलझाने में दोनों ने मदद की. पुलिस समारोह में उन्हें कई पुरस्कार भी मिल चुके हैं.