अयाेध्या ( तेजसमाचार प्रतिनिधि ) – मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम के जन्म थाना पर मंदिर निर्माण के लिए तपस्वी छावनी मंदिर रामघाट पर महंत स्वामी परमहंस दास ने प्रातः 5 बजे से अशाेक वृक्ष के नीचे आमरण-अनशन प्रारम्भ कर दिया है.
परमहंस दास ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी जन्मभूमि पर राममन्दिर के लिए जल्द घोषणा करें और अयोध्या में रामलला का आशीर्वाद लें, वरना रामन्दिर के लिए मैं बलिदान हो जाऊंगा. जिस प्रकार माता सीता ने भगवान राम की प्राप्ति के लिए लंका की अशाेक वाटिका में अशोक वृक्ष के नीचे बैठकर अनशन किया था. ठीक उसी प्रकार मैं भी अयाेध्या में भव्य राममन्दिर निर्माण के लिए प्रात: 5 बजे से अशाेक वृक्ष के नीचे आमरण-अनशन पर बैठा हूं. यह अनशन और शिलापूजन का कार्यक्रम तब तक चलता रहेगा, जब तक रामजन्मभूमि पर मन्दिर का निर्माण न हाे जाए.
उन्हाेंने कहा कि सभी साधु-संत, धर्माचार्य हमारे साथ हैं. हम सब अयोध्या में राम मंदिर निर्माण हेतु संकल्पित हैं. जब तक राम मंदिर नहीं बन जाता हम साधु संत लोग चैन से अब नहीं बैठेंगे. हमारे भगवान श्री राम टाट पट्टी में विराजमान है यह हिंदुओं को शोभा नहीं देता. स्वामी परमहंस जी महाराज ने कहा कि भगवान श्री राम करोड़ों हिंदुओं के आराध्य है.
हम साै कराेड़ हिन्दुओं के साथ माेदी और याेगी सरकार अन्यान्य कर रही है. यही कारण है कि हमें आमरण-अनशन के लिए बाध्य हाेना पड़़ा है. आमरण अनशन शुरू करने के पूर्व रविवार को परमहंस दास ने शिलापूजन धर्माचार्यों के साथ भण्डारा का आयोजन किया था.