पुणे (तेज समाचार डेस्क). शिक्षा का मायका कहे जाने वाले पुणे के शिक्षा क्षेत्र में तब खलबली मच गई जब शिक्षा विभाग के उपनिदेशक रामचंद्र जाधव के खिलाफ एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) के पुणे संकाय ने मामला दर्ज कर लिया. जाधव के पास 46 लाख 82 हजार रुपए की आय से अधिक संपत्ति उजागर हुई है, जो कि उनके सेवाकाल में परीक्षण कालावधि में ज्ञात आय स्त्रोतों से प्राप्त आय से 23.53 फीसदी ज्यादा मिली है. जाधव की तैनाती फिलहाल नासिक में है.
पुणे पुलिस के चंदननगर थाने में पुणे मनपा शिक्षा विभाग के तत्कालीन प्रमुख और फिलहाल नासिक शिक्षा विभाग के उपनिदेशक रामचंद्र नामदेव जाधव (57) के खिलाफ भ्रष्टाचार प्रतिबंध अधिनियम 1988 की धारा 13 (1) (इ) सहित 13 (2) के तहत मामला दर्ज किया गया है. उनके खिलाफ एसीबी पुणे के सहायक पुलिस आयुक्त दत्तात्रय वि भापकर ने शिकायत दर्ज कराई है. एसीबी द्वारा की गई इस कार्रवाई से पूरे महकमे में खलबली मच गई है.
एसीबी के अनुसार, रामचंद्र जाधव जब पुणे मनपा में शिक्षा विभाग के प्रमुख थे तब उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति रहने की शिकायत मिली थी. इसके अनुसार एसीबी ने जाधव के सेवाकाल में 15 जून 1985 से लेकर 31 मार्च 2012 तक के ज्ञात आय स्त्रोतों से प्राप्त आय का परीक्षण किया. इसमें उनकी आय 23.53 फीसदी अधिक पायी गई. आंकड़ों में यह राशि 46 लाख 82 हजार 403 रुपए है. उन्होनें यह आय भ्रष्ट मार्ग से कमाई है, यह साबित होने के बाद एसीबी ने आज शाम उनके खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज कराया.