– 8 सशस्त्र डकैतों का हमला
– डकैतों की फायरिंग में कम्प्यूटर इंजीनियर की मौत
– 3 कर्मचारी गंभीर रूप से घायल
नाशिक (तेज समाचार डेस्क) शहर के ऊंटवाड़ी स्थित सिटी सेंटर माल के पास स्थित मुत्थुट फाइनेन्स कार्यालय में शुक्रवार को 8 शस्त्रधारी डकैतों ने हमला बोल दिया. डकैतों ने नकदी और सोने के गहने देने की मांग करते हुए गोलीबारी कर कार्यालय के कर्मचारियों से जमकर मारपीट की. फायरिंग के दौरान कार्यालय के संगणक अभियंता को 3 गोली लगने से उसकी मौत हो गई, तो 3 कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हुए. उन्हें उपचार के लिए नाशिक जिला सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. दिन दहाड़े शहर में शस्त्रधारी डकैतों ने डाका डालने से नागरिक भयभीत हो चुके है. पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए जांच शुरू कर दी है, लेकिन अभी तक पुलिस के कुछ हाथ नहीं लगा है.
मिली जानकारी के अनुसार शहर के ऊंटवाड़ी स्थित सिटी सेंटर माल के पास मुत्थुट फाइनेन्स का कार्यालय है. शुक्रवार सुबह 11 बजे 8 डकैतों ने मुत्थुट फाइनेन्स के कार्यालय में प्रवेश कर कार्यालय के कर्मचारियों को धमकाना शुरू किया. 2 डकैतों के चेहरे पर मास्क था. तो 4 डकैतों के हाथों में पिस्तौल तो 2 डकैतों के हाथों में कुल्हाड़ी थी. उन्होंने शुरुआत में ग्राहक और कर्मचारियों के मोबाइल जमा करते हुए कर्मचारियों से नगद रकम और सोने के गहनों की मांग की, लेकिन संगणक अभियंता संजू स्याम्युअल (32, केरल) ने उनका विरोध किया. इसके बाद एक डकैत ने स्याम्युअल पर 3 गोली दागी. इसके बाद पिस्तौल के पिछले हिस्से से व्यवस्थापक चंद्रशेखर देशपांडे (64, इंदिरा नगर) पर हमला किया. वाचमन कैलास जैन की भी जमकर पिटाई की. इस बीच सुरक्षा रक्षक ने सायरन बजाने से संतप्त हुए डकैतों ने चारों ओर गोलीबारी कर भाग निकले, लेकिन डकैतों के हाथ कुछ भी न लगने की जानकारी पुलिस ने दी.
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस आयुक्त विश्वास नांगरे-पाटिल अपने दलबल के साथ घटना स्थल पहुंचकर गंभीर रूप से घायल दोनों कर्मचारियों को उपचार के लिए नाशिक जिला सरकारी अस्पताल में भरती किया तो 3 गोली लगने से सजू स्याम्युअल नामक कर्मी की मौत हुई. उसका शव पोस्ट मार्टम के लिए भेज दिया. श्वानपथक और फारेन्सिक लैब के पथक ने जांच की. पुलिस ने शहर के चप्पे-चप्पे पर नाका बंदी कर डकैतों की खोज शुरू की. दरमियान पुलिस आयुक्त विश्वास नांगरे-पाटिल ने नाशिक जिला सरकारी अस्पताल में उपचार के लिए दाखिल किए गए कर्मियों से मुलाकात कर पुछताछ की. घटना की जानकारी मिलते ही नागरिकों ने कार्यालय परिसर और नाशिक जिला सरकारी अस्पताल में भीड़ की थी. खबर लिखे जाने तक पुलिस को डकैतों का कोई भी सुराग नहीं लगा, लेकिन दिन दहाड़े शहर में शस्त्रधारी डकैतों ने डाका डालने से नागरिक भयभीत हो चुके है.