जामनेर के नेरी मे टीकाकरण केंद्र पर लोगो का हंगामा
जामनेर ( नरेंद्र इंगले): अपनी स्वास्थ सेवा के कारण मीडिया की मेहरबानी से राज्य मे नाम कमा चुके जामनेर तहसिल मे कुछ भी ठीक नही है . क्षेत्र के नेरी गांव मे स्थानीय ग्रामीण उस वक्त आग बबूला हो गए जब स्वास्थ केंद्र पर दूसरे शहरो से लोग Co – वैक्सीन लेने पहुचे . आवश्यक उत्पाद के अभाव से वैक्सीन की किल्लत झेल रहे ग्रामीणो के कोटे को अब शहरी लोग हथियाने पर तुले हुए है . नेरी के सरकारी अस्पताल मे वैक्सीन की खेप आने के बाद जलगांव और जामनेर से लोग वैक्सीन लगवाने आ गए . इससे स्थानीय बाशिंदो मे गुस्सा साफ देखा गया उन्होने हंगामा मचाना शुरू किया . किसी अप्रिय घटना को टालने के लिए जामनेर की पुलिस टीम अस्पताल पहुची . चश्मदितो ने बताया गया कि लोग तब अधिक आक्रामक हो गए जब पुलिस टीम के साथ पधारे जलगांव पुलिस मुख्यालय के रिजर्व तैनाती कर्मियो ने लोगो पर सामान्य बल प्रयोग की कोशिश की . वैसे रिजर्व फोर्स को जामनेर मे किसी तनावपूर्ण स्थिती के मद्देनजर तैनात किया गया है . पुलिस इंस्पेक्टर प्रताप इंगले ने अस्पताल के गेट पर खड़े होकर असंतुष्ट लोगो को संयम बरतने की अपील की . पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष दिलीप खोड़पे ने स्थानीय बाशिंदो के टीकाकरण की प्राथमिकता को लेकर लोगो को आश्वस्त किया .
इस मामले मे एक चौकाने वाली बात सुनने मे आ रही है कि Co – वैक्सीन के लाभ के एवज मे अंजान दलालो ने शहरी लोगो से एक हजार रुपए तक कि रकम को ऐंठा है . वैक्सीन को लेकर नेरी मे जो कुछ हुआ वह क्षेत्र के सभी सामुदायिक स्वास्थ केंद्रो पर देखा जा सकता है . कल गारखेड़ा केंद्र पर भी बाहरी क्रीम सिटीजन्स ने वैक्सीन का लाभ लिया वहाँ भी स्थानीय लोगों ने हंगामा किया . रेमडेसिवियर , ऑक्सीजन और अब Co वैक्सीन के प्रासंगिकताओ को कोरोना आपदा के दौरान अवसर बनाने वाले कथित दलालो को संरक्षण देने वाले अदृश्य हाथ आखिर किसके है इसकी जांच होनी चाहिए . यह बात सच है कि वैक्सीन पर प्रत्येक भारतीय का बराबर का अधिकार है लेकिन मांग और आपूर्ती की गहरी खाई को पाटने के लिए वैक्सीन का मुफ़ीद उत्पादन कर पाना यह सरकार और कंपनियो के सामने एक अहम चुनौती है . इन नाजुक हालातो मे नागरिको को नागरिक होने के नाते इस बात को समझना जरूरी है कि खुद के साथ साथ किसी भी नागरिक की प्राथमिकता को क्षति न पहुँचे . हमे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ” टिका उत्सव ” की गरिमा को इस निश्चय के साथ अबाधित रखना है की कभी न कभी सबको टिका मिलेगा आखिर मोदी है तो मुमकिन है .