जब जनता ने नकार दिया, फिर भी मोह नहीं छूटता
भोपाल सांसद यहीं नहीं रुकी, उन्होंने कहा जनता ने उन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया है. भोपाल से फिर भी खड़े हुए हैं. इसे राजनीति नहीं कहते हैं जहां उनकी कोई इज्जत नहीं है वहां कोई उन्हें पूछता नहीं है, मैं तो सिर्फ इतना कहती हूं कि व्यक्ति को संन्यास ले लेना चाहिए, लेकिन ऐसे लोग संन्यास भी नहीं लेते, इस उम्र में जाने क्या-क्या करते हैं. जब जनता ने आपको चुनाव में नकार दिया है, तब फिर आपको सन्यास ले लेना चाहिए, लेकिन सत्ता का मोह छूटे नहीं छूटता.
– लोकसभा में बम्पर वोटो से हराया था
बता दें कि भोपाल लोकसभा सीट पर बीजेपी उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर बंपर वोटों से जीती थी. प्रज्ञा ठाकुर ने कांग्रेस के दिग्गज नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह को 3,64,822 वोटों के अंतर से हराया था. हालही में कोरोना काल के बीच सांसद के गुमशुदा के पोस्टर शहर में लगे थे, इस पर उन्होंने कहा लॉकडाउन के पहले से वो दिल्ली में अपना इलाज करवा रही थीं और लॉकडाउन होने के कारण जब हवाई और रेल सेवा बंद थी तो वो भोपाल नहीं आ सकती थी.