नागपुर ( तेज समाचार प्रतिनिधि ) – राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने इशारों-इशारों में महाराष्ट्र की राजनीति को लेकर एक बड़ा बयान दिया है. एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि सबको पता है स्वार्थ से नुकसान होता है लेकिन स्वार्थ नहीं छोड़ते. आपस में लड़ने से दोनों को हानि होगी. नागपुर में संघ प्रमुख ने कहा, ‘सब मानव जानते हैं प्रकृति को नष्ट करने से हम नष्ट हो जाएंगे. पर प्रकृति को नष्ट करने का काम थमा नहीं. सब जानते हैं कि आपस में झगड़ा करने से दोनों की हानि होती है. लेकिन आपस में झगड़ा करने की बात अभी तक बंद नहीं हुई.’
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने नागपुर में एक कार्यक्रम को संबोधित किया. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सब मानव जानते है कि प्रकृती को नष्ट करने से हम नष्ट हो जाएंगे, पर प्रकृति को नष्ट करने का काम अभी थमा नहीं. उन्होंने आगे कहा कि सब जानते है कि आपस में झगड़ा करने से दोनो को हानी होती है लेकिन आपस में झगड़ा करने की बातच अभी तक बंद नहीं हुआ है.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत ने कहा था कि दुनिया में सबसे सुखी मुसलमान भारत में मिलेंगे क्योंकि हम हिंदू हैं. बयान में संघ प्रमुख ने कहा, मारे-मारे यदूही फिरते थे अकेले भारत है, जहां उनको आश्रय मिला. पारसी की पूजा और मूल धर्म सुरक्षित केवल भारत में है. विश्व में सर्वाधिक सुखी मुसलमान, भारत में मिलेंगे. ये क्यों है? क्योंकि हम हिंदू हैं?
मोहन भागवत ने कहा कि हमारी उन्नति अंग्रेजों के वजह से हुई, यह कहना गलत है. हम क्लासलेस सोसायटी की स्थापना वेदों के आधार पर सकते है. हिंदू कोई भाषा या प्रांत नहीं है, ये एक संस्कृति है जो भारत के लोगों की सांस्कृतिक विरासत है.
उन्होंने कहा, आरएसएस लक्ष्य सिर्फ हिंदू समुदाय को बदलना नहीं हैं, बल्कि देश में पूरे समाज को संगठित करना है. साथ ही हिंदुस्तान को बेहतर भविष्य की ओर ले जाना है. उन्होंने बुद्धिजीवियों के साथ बातचीत में कहा कि सबसे सही तरीका यह है कि अच्छा व्यक्ति तैयार किया जाए, जो समाज और देश को बदलने में अहम भूमिका निभा सके.