पिंपरी (तेज समाचार डेस्क)। आषाढ़ी यात्रा के बाद अब कार्तिकी यात्रा पर भी महामारी कोरोना का ग्रहण लग गया है। कार्तिकी यात्रा पर 26 नवंबर को पंढरपुर में वारकरियों और श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने की संभावना के चलते सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन नहीं हो सकेगा। वारकरियों की संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य सुविधाएं कम पड़ेगी। इसके मद्देनजर पंढरपुर में संचारबन्दी लागू की गई है। इसके बाद पिंपरी चिंचवड़ से सटे देहूगांव स्थित जगद्गुरु संत तुकाराम महाराज मंदिर भी बन्द रखने का फैसला किया गया है।
आठ माह महाराष्ट्र में मंदिरों को खोलने की अनुमति मिलने के बाद देहू स्थित संत श्रेष्ठ तुकाराम महाराज मंदिर के किवाड़ भी श्रद्धालुओं के लिए खोल दिये गए। मगर कार्तिकी एकादशी की पृष्ठभूमि पर वारकरी और श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने की संभावना को ध्यान में लेकर देहू संस्थान ने तीन दिन तक मंदिर बंद रखने का फैसला किया है। संस्थान ने यह फैसला पंढरपुर में कार्तिकी एकादशी की पृष्ठभूमि पर संचारबन्दी लागू करने की घोषणा के बाद किया है। संस्थान ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे संत तुकाराम महाराज मंदिर में भीड़ न जुटाएं।
तीन दिन की दूरी पर रही कार्तिकी एकादशी के उपलक्ष्य में होनेवाली भीड़ के मद्देनजर संस्थान ने 25 से 27 नवंबर तक संतश्रेष्ठ तुकाराम महाराज मंदिर को बंद रखने का ऐलान किया है। देहू संस्थान के विश्वस्त संजय मोरे ने एक बयान जारी कर इसकी जानकारी दी है। उन्होंने वारकरी और श्रद्धालुओं से अपील की है कि कार्तिकी एकादशी पर मंदिर में भीड़ न जुटाएं। उन्होंने यह भी कहा कि मंदिर भले ही बंद रखा जा रहा हो मगर मंदिर के भीतर नित्य पूजा अर्चना, महापूजा, भजन, कीर्तन जैसे धर्मिक कार्यक्रम और अनुष्ठान होंगे। गौरतलब हो कि गत दिन पंढरपुर में कार्तिकी एकादशी पर भीड़ न उमड़े इसके लिए संचारबन्दी लागू की गई है।