परभणी (तेज समाचार डेस्क). सेलू के एक उपविभागीय पुलिस अधिकारी राजेंद्र गमकरण पाल और उसके मातहत पुलिस कांस्टेबल गणेश लक्ष्मणराव चव्हाण को 10 लाख की रिश्वत लेते एसीबी ने रंगेहाथों गिरफ्तार किया है। सेलू पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज होने के बाद दोनों को अदालत ने 4 दिन कीपुलिस हिरासत में भेज दिया है।
जानकारी के अनुसार करीब दो वर्ष पूर्व यानी 3 मई 2019 को शिकायतकार्त के दोस्त की एक दुर्घटना में मौत हो गई थी। बताया जाता है कि, दोस्त की मौत के बाद शिकायतकर्ता के अपने दोस्त की पत्नी से संबंध बन गए थे। इस कारण दोनों की अक्सर फोन पर चर्चा होती रहती थी। हालांकि अभी इस बात की पुष्टि नहीं हुई है। लेकन 9 जुलाई, 2021 को उप विभागीय पुलिस अधिकारी पाल ने शिकायतकर्ता को अपने कार्यालय में बुलाया और कहा कि उसके और उसके दोस्त की पत्नी के बीच की बातचीत की ऑडियो क्लिप उसके पास है। यदि यह क्लिप वायरल हो गई और पुलिस जांच में शामिल कर ली गई, तो उस पर गंभीर मामला दर्ज हो सकता है। इससे बचने के लिए पाल ने शिकायतकर्ता से 2 करोड़ रुपए मांगे। बाद में 1.5 करोड़ में सौदा तय होने के बाद 23 जुलाई को 10 लाख की पहली किश्त देना तय हुआ। इससे पहले शिकायतकर्ता ने 22 जुलाई को एसीबी को मामले की सूचना देते हुए पाल और चव्हाण के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।
इस शिकायत के आधार पर मुंबई एसीबी ने जाल बिछा कर शिकायतकर्ता के भाई से 10 लाख रुपए लेते पाल और चव्हाण को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद सेलू पुलिस थाने में शिकायत दर्ज होने के बाद दोनों को अदालत में पेश किया गया, जहां से दोनों को 4 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।