सोलापुर (तेज समाचार डेस्क). जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में शहीद सीआरपीएफ जवान सुनील काले का बुधवार को महाराष्ट्र के सोलापुर जिले में उनके पैतृत्व पानगांव में अंतिम संस्कार किया गया. पूरे गांव ने नाम आंखों से उन्हें अंतिम विदाई दी. वर्ष 2000 में सीआरपीएफ में भर्ती हुए काले (41) मंगलवार को पुलवामा में एक मुठभेड़ में शहीद हो गए थे. – हाल हीमें हेड कॉन्स्टेबल पद पर मिली थी पदोन्नति
शहीद जवान का शव मंगलवार देर रात सोलापुर की बार्शी तहसील में उनके पैतृक गांव पानगांव लाया गया और बुधवार को उनका अंतिम संस्कार किया गया. काले को कुछ महीने पहले ही जम्मू-कश्मीर में तैनात किया गया था. उनके परिवार में पत्नी, एक बेटा और एक बेटी है. हाल ही में हेड कांस्टेबल के पद पर पदोन्नत किया गया था.
दो दिन पहले हुई थी भाई से बात
शहीद हुए सुनील काले पिछले 20 साल से केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल में थे. कुछ दिनों पहले ही उन्हें हेड कांस्टेबल के पद पर पदोन्नत किया गया था. सुनील जनवरी में गांव आए थे. इसी महीने उनके फिर गांव लौटने की योजना थी. सुनील की सोच शुरू से ही प्रोग्रेसिव रही है. गांववालों के मुताबिक, वे अगले साल रिटायर होकर गांववालों को शिक्षित करने का प्रयास करने वाले थे. इसके लिए उन्होंने गांववालों के साथ मिलकर एक रोडमैप भी तैयार किया था. फोन पर वे हमेशा भाई, मां और पत्नी के साथ इस पर चर्चा करते थे. शहादत के दो दिन पहले उन्होंने अपने भाई से फोन पर बात की थी. भाई ने उन्हें गांव में खुदे बोरवेल की तस्वीर भेजी थी.