जामनेर (नरेंद्र इंगले). विदर्भ के अकोला , यवतमाल , बुलडाणा तथा राज्य के अन्य जिलो मे कोरोना के नए मामले सामने आने के बाद सरकार ने स्थानीय प्रशासन को फ्री हैंड देने की पहल की है . जलगांव जिले मे जिलाधिकारी के आदेश अनुसार धारा 37 (1) (3) लागू कर दी गई है .
19 फरवरी के दिन शिवजयंती के मौके पर जामनेर मे कुछ उत्साही युवको ने प्रशासन की इजाजत के बगैर मोटर साइकिल पर भगवा रैली का आयोजन किया . करीब 300 बाइकर्स युवाओ ने मुख्य सड़क से होते हुए सोनबर्डी से लेकर निगम तिराहे तक रैली का आयोजन किया . नगर परिषद के पास रैली आकर रुकी जहां क्षेत्र के विधायक तथा भाजपा नेता गिरीश महाजन शिवाजी महाराज को अभिवादन करने के लिए पहुचे .
इसी बीच पता नही अचानक ऐसा क्या हो गया कि तिराहे पर मौजूद लगभग 500 युवाओ की भीड़ मे किसी अंजान बात को लेकर अनबन हो गई . मामला बिगड़ता देख मौके पर मौजूद पुलिस ने स्थिती को संभालने का प्रयास किया . महाजन ने भी युवको को शांती की अपील की . पुलिस द्वारा मोर्चा संभालते ही अचानक से पनपी तनाव की स्थिती धीरे धीरे सामान्य हो गई .
अब यह तनाव अचानक कैसे पैदा हो गया ? या फिर पैदा किया गया ? क्या इस तरह का तनाव पैदा करना किसी योजना का हिस्सा था ? इन सब सवालो को अपने जवाबो के लिए जांच की लंबी प्रक्रिया से गुजरना होगा .
उक्त मामले मे पुलिस ने राहुल दत्तात्रय चव्हाण , सचिन संतोष बोरसे , अविनाश लक्ष्मण बोरसे , आकाश पांडुरंग बंडे , दीपक शंकर राजपूत , दीपक आत्माराम माली , धनराज माली , दीपक खाटीक , सचिन चौधरी (सभी जामनेर निवासी ) , गोपाल रामदास बरकले ( शहापुर ) समेत अन्य 100 लोगो पर IPC 269 , 270 , 188 , 135 तहत मामले दर्ज कर लिए है .
कोरोना के संकट के बीच सरकार ने शिवजयंती के आयोजन को लेकर दिशानिर्देश जारी किए है . जिसके बाद विपक्षी भाजपा ने इस मामले को मराठी अस्मिता से जोड़कर राजनीतिक मुद्दा बना दिया . भाजपा नेता गिरीश महाजन ने स्वयम जनता से अपील करते हुए कहा था कि समूचे राज्य मे शिवजयंती उत्सव को धूमधाम से मनाया जाए .