पुणे (तेज समाचार डेस्क). पुणे रेल मंडल द्वारा पुणे एवं आसपास के क्षेत्रों में लॉकडाउन के कारण फंसे हुए अन्य राज्य के श्रमिकों, पर्यटकों ,छात्रों, और अन्य प्रवासी लोगों को देश के कोने कोने में उनके राज्यों तक पहुंचाने हेतु श्रमिक विशेष गाड़ियां राज्य सरकारों के अनुरोध पर चलाई जा रही है. इस संबंध में पुणे रेल मंडल की मंडल रेल प्रबंधक श्रीमती रेणु शर्मा के मार्गदर्शन एवं उनके द्वारा राज्य प्रशासन के अधिकारियों के साथ उचित रूप से किए गए समन्वित प्रयासों के बेहतर परिणामों के अंतर्गत पुणे रेल मंडल ने अब तक 77 से ज्यादा श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाई हैं, जिनके जरिए एक लाख से ज्यादा लोगों को उनके राज्यों में भेजा जा सका है.
– स्टेशनों पर किए गए व्यापक प्रबंध
पुणे रेल मंडल के जनसंपर्क अधिकारी मनोज झंवर ने बताया कि रेल अधिकारियों तथा कर्मचारियों के अथक प्रयासों से स्टेशनों पर व्यापक इंतजाम किए गए है, जिसके चलते स्टेशनों पर गाड़ियों का संचालन सुचारू रूप से अब भी चल रहा है. अकेले पुणे स्टेशन से 39 श्रमिक स्पेशल गाड़ियां छोड़ी गई है, जबकि कोल्हापुर, मिरज सातारा, उरुली, पुणे रेल मंडल के वे स्टेशन है जहां से भी श्रमिक स्पेशल ट्रेनें मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, तमिलनाडु, झारखंड, छत्तीसगढ़, जम्मू,, मणिपुर विभिन्न राज्यों को रवाना की गई है.
– 7 मई को अब तक रवाना की गई 77 ट्रेन्स
7 मई से शुरू की गई इन श्रमिक स्पेशल ट्रेनों की श्रृंखला में 21 मई तक की अवधि में 77 ट्रेनों के ज़रिए एक लाख से ज्यादा लोगों को अपने राज्यों में पहुंचाने हेतु सुविधा दी गई है. इसमें से पुणे स्टेशन से ही 50 हजार से ज्यादा लोग ट्रेनों में गए.
– राज्य सरकार के अनुरोध पर चलाई गई श्रमिक स्पेशल ट्रेन
श्रमिक स्पेशल ट्रेनें राज्य सरकारों के अनुरोध पर तथा उनकी मंजूरी के पश्चात ही चलाई जा रही है. श्रमिक स्पेशल ट्रेन रवाना होने से पहले जिला प्रशासन द्वारा सभी तरह की जांच प्रक्रिया तथा प्रवासियों की आवश्यक मेडिकल जांच आदि औपचारिकताओं के बाद उनके द्वारा रजिस्टर्ड लोगों को ही इन गाड़ियों के जरिए भेजा जा रहा है. इसलिए लोगों को सलाह दी जाती है इसके लिए जिला प्रशासन के अधिकारियों से संपर्क कर अपनी यात्रा का प्रबंध करें. कोई भी यात्री सीधे स्टेशन न पहुंचे.
– गाड़ियों को सैनिटाइज किया गया
ट्रेनों को रवाना करने के पहले गाड़ी पूरी तरह सेनिटाइज करके साफ-सुथरी हालत में पानी, बिजली, पंखे जैसी आवश्यक सुविधाओं को पूरा करते हुए ही गंतव्य के लिए रवाना किया जाता है. इसके लिए सभी आवश्यक कदम उठाए गए हैं. भविष्य में राज्य सरकारों के अनुरोध पर और भी श्रमिक स्पेशल गाड़ियां चलाई जाएंगी, इसके लिए पुणे मंडल रेल प्रशासन और उसकी टीम पूरी तरह तैयार है.
– रेलवे की व्यवस्थाओं पर यात्रियों ने जताया संतोष
सभी यात्रियों को भोजन के पैकेट तथा पानी भी उपलब्ध कराया जा रहा है. यात्रियों को यात्रा करते समय सोशल डिस्टेंस का पालन करना, सफाई का ध्यान रखना, डिब्बों में गंदगी न करना, यहां वहां नहीं थूकना , चेहरे पर मास्क लगाने जैसे नियमों का पालन करने के लिए बताया जा रहा है. इन श्रमिक ट्रेनों से अभी तक जितने भी लोगों ने यात्रा की, उन लगभग सभी यात्रियों ने पुणे रेल मंडल की व्यवस्थाओं के प्रति संतोष जताया. पुणे डिविजन से रवाना होनेवाले सभी यात्रियों को रेलवे की ओर से भोजन और पानी की व्यवस्था की गई थी.