गणित ऐसा रोचक विषय है जो पढते समय तो विद्यार्थियों को पसीना ला देता है, लेकिन पढ़ाई ख़त्म होने के बाद व्यस्क होने पर वही विद्यार्थी सारी उम्र यह सोचने, गुना भाग करने में लगा रहता है कि उसके जीवन में निर्मेय – प्रमेय, पाइथागोरस का क्या रोल है. और उसे विद्यार्थी जीवन में यह सब क्यों पढ़ाया गया था ? गणित विषय के कुछ उदाहरण कल भी आज भी वैसे के वैसे हैं . प्रस्तुत है इन्ही कुछ रोचक बिंदुओ पर सुधांशु टाक का व्यंग्य – सम्पादक
1) पता नहीं कौन सी नाव थी वो जो हमेशा कभी धारा की दिशा में तो कभी धारा के विपरीत दिशा में चलती थी
और हमारी नैया डुबा दिया करती थी।
2) एक खास ट्रेन और भी हुआ करती थी, जो स्टेशन A से स्टेशन B की ओर चलती थी।
मैं पूरे ग्लोब और गूगल का निरीक्षण कर चुका हूँ,
पर ये दोनों स्टेशन आज तक नहीं मिले।
कभी-कभी एक दूसरी ट्रेन भी होती थी, जो स्टेशन B से स्टेशन A की तरफ चलती थी।
हालांकि ये कभी नहीं बताया गया कि दोनों स्टेशनों के बीच दो ट्रैक हैं या दोनों ट्रेनें एक ही ट्रैक पर चलती हैं।
इसी प्रकार पता नहीं वो पागल आदमी कौन होता था, जो साला कभी इन ट्रेनों के विपरीत दौड़ता तो कभी साथ-साथ।
जो भी हो, मुझे लगता है कि बेरोजगार रहा होगा बेचारा।
3) एक बहुत भ्रष्टाचारी दूधवाला भी हुआ करता था जिसकी खोपड़ी कुछ खिसकी हुई थी।
पहले ये दो छोटे कंटेनर में एक-एक करके तीन भाग दूध और एक भाग पानी मिलाते थे… फिर इस मिश्रण को एक बड़े से कंटेनर जो आधा दूध से भरा होता था, उसमें मिला दिया करते थे।
इसके बाद बड़े प्रेम से पूछते थे कि अब बताओ बेटा कुल कितना भाग दूध और कितना भाग पानी है।
अबे , अपना बिजनेस सीक्रेट क्यों ओपन कर रहा है ?
4) और सबसे मस्त तो वो चोर होता था, जो पूरी दुकान लूटकर ढाई बजे भागता था और एक सिपाही पैंतालीस मिनट बाद उसे पकड़ने भागता.
पर सवाल हमसे तलब किये जाते कि,
“बताओ पुलिस कितने घंटे बाद चोर को पकड़ेगा?”
सच तो ये है कि सिपाही कभी नहीं पकड़ पायेगा, क्योंकि चोर 120 की स्पीड में कार से भागा है और तुम्हारा सिपाही 45 मिनट बाद 12 की स्पीड में पैदल।
5) इसी तरह एक ठेकेदार हुआ करता था।
ये सज्जन रोज 20 पुरुष, 15 महिलाओं और 10 बच्चों से खेत जुतवाया करते थे।
और पूछते हमसे थे कि बताओ इसी तरह 12 पुरुष, 17 महिलायें और 8 बच्चे उसी खेत को कितने दिन में जोतेंगे।
ये कौन सा खेत था जिसकी जुताई कभी पूरी ही नहीं होती थी.
और तुम पर तो केस ठोकूँगा मैं आज।
साले बाल मजदूरी करवाते हो! महिला दिवस बीते एक सप्ताह भी नहीं हुआ और महिलाओं पर अत्याचार शुरू!
6) एक बड़ा ही अजीबोगरीब आदमी था।
बदमाश के पास तीन नल थे – A, B और C.
पहले वाले नल को वो 20 मिनट चलाता, फिर दूसरे नल को 15 मिनट तक।
इसके बाद गजब करता था और तीसरा नल जो टंकी को खाली करता था उसे चला देता था.
और हमसे पूछता कि बताओ टंकी कितने देर में खाली होगी ?
बताओ है कोई जवाब इसका ?
साले जब तुझे नहाना ही नहीं था तो नल क्यों खोला ?
पानी बर्बाद करते हो ! तुम जैसे पागलों के कारण ही ग्लोबल वार्मिंग का खतरा बना हुआ है.
7 ) और प्लीज कोई मुझे बताओ कि वो मोटर चालक था आखिर कौन, जो A से B तक पहले 80 km/h की स्पीड से जाता और 50 km/h की स्पीड से वापस आ जाता था ।
तुम सिर्फ हमारे मजे लेने के लिए यहां से वहां भटकते फिरते थे!
साले पेट्रोल को पानी समझ लिया था क्या ?
और मेरे से पूछते हो औसत चाल!!!!!!!