पिंपरी (तेज समाचार डेस्क). गत 12 दिनों से एक भी नया मामला सामने न आने और 12 में से 10 मरीजों को डिस्चार्ज मिलने से कोरोना मुक्ति की ओर बढ़ रहे पिंपरी चिंचवड़ शहर में अब संक्रमण का खतरा बढ़ गया है. दिल्ली के निजामुद्दीन में तबलीगी मरकज के सम्मेलन में शामिल हुए शहर के 33 में से ढूंढ निकाले गए 23 में से दो लोगों के कोरोना ग्रस्त रहने की जानकारी सामने आई है. इसके बाद शहर में कोरोना के मरीजों की संख्या अब 4 हो गई है. उक्त सम्मेलन में शामिल होने गए 23 और उनके संपर्क में आये 5 कुल 28 लोगों को अस्पताल में दाखिल किया गया था. उनमें से 2 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली है, जबकि अन्य 26 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव मिली है.
दिल्ली के निजामुद्दीन में तबलीगी मरकज द्वारा तबलीगी जमात का सम्मेलन आयोजित किया गया था जिसमें देश- विदेश से हजारों लोग शामिल हुए थे. विदेश से आए काफी लोग थे जिसमें से कुछ कोरोना ग्रस्त थे. उनसे कई लोगों को संक्रमण हुआ है. तेलंगाना में छह लोगों की मौत भी हुई है. इसके बाद इस सम्मेलन में शामिल हुए लोगों की खोजबीन शुरू की गई. पुणे संभाग (पुणे, सोलापुर, कोल्हापुर, सांगली, सातारा) के 186 लोगों के शामिल होने की जानकारी मिली है. इन लोगों की लिस्ट प्रशासन को मिल चुकी है, अब तक 106 लोगों को ढूंढ निकाला गया है. जबकि अन्यों की तलाश शुरू है. अब तक ढूंढे गए 106 में से 94 लोगों को क्वारंटाइन रखा गया है, इसमें पुणे शहर के 60 लोग शामिल हैं.
पुणे के पड़ोसी पिंपरी चिंचवड़ शहर से तबलीगी मरकज में 33 लोगों के शामिल होने की खबर है अब तक उनमें से 23 लोगों को ढूंढ निकाला गया. उनके साथ उनके संपर्क में आए पांच लोगों की लार के नमूने जांच के लिए भेजे गए थे. इनमें से दो लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली है जबकि अन्य 26 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आयी है. अन्य 10 लोग पिंपरी चिंचवड़ शहर में नहीं रहते, ऐसा सामने आया है. दो रिपोर्ट पॉजिटिव मिलने के बाद पिंपरी चिंचवड़ के कोरोना मुक्त शहर बनने की राह में बाधा उत्पन्न हो गई है. फिलहाल इस बीमारी के मरीजों की संख्या 4 रह गई है. इससे पहले मिले 12 में से 10 मरीजों को इलाज के बाद डिस्चार्ज दिया गया है.