टाटा के बैग मे मिलावटी नमक बेचनेवाले “राजकुमार” पर मामला दर्ज : 3 लाख का माल जब्त
जामनेर (नरेंद्र इंगले ):टाटा के प्लास्टिक बैग की नकल कर उसके अंदर मिलावटी नमक बेचनेवाले राजकुमार कावड़िया पर जामनेर थाने मे मामला दर्ज हुआ है . टाटा कंपनी के उड़नदस्ते के कर्मियों ने किसी शिकायत के आधार पर जामनेर मे मयूर किराना मे दस्तक दी . राजकुमार प्रकाशचंद कावड़िया इस किराना व्यापारी के टाटा से जुड़े सभी दस्तावेजो की जांच की . गोडाउन मे पड़े नमक के स्टॉक को चेक किया जिसमे पाया गया कि बोरियो मे टाटा के 1 कीलोग्राम वाली बैग मे मिलावटी नमक है . स्थानीय पुलिस की मदत से सघन तलाशी अभियान चलाया गया . 312 बोरिया जब्त की गई जिनकी कीमत 3 लाख 12 हजार रुपए आंकी गई . टाटा फील्ड टीम के कर्मी मोहम्मद हुसैन चौधरी की शिकायत पर राजकुमार कावड़िया के खिलाफ जामनेर पुलिस स्टेशन मे प्रतिलिपि अधिनियम 1957 ( सु अ ) 1984 , 1994 की धारा 51 , 63 तहत फौजदारी मामला दर्ज किया गया . नमक का सैम्पल टेस्ट के लिए लैब मे भेजा जाएगा जिसकी रिपोर्ट आने के बाद आरोपी के खिलाफ FIR मे IPC की अन्य धाराओ का प्रावधान किया जा सकता है . फूड एंड ड्रग को लेकर किए गए किसी संशोधन मे कहा गया है कि इस तरह के पूर्ण मिलावटी नमक के लगातार सेवन के कारण कैंसर जैसी बीमारी हो सकती है .
तेजसमाचार ने किया था आगाह –
28 अक्टूबर 2020 को तेजसमाचार ने सोयाबीन के नाम पर धड़ल्ले से बेचे जा रहे पामतेल को लेकर विस्तार से खबर प्रकाशित कर फूड एंड ड्रग विभाग की अनदेखी पर कटाक्ष किया था . उसके बाद संबंधित विभाग ने जामनेर को छोड़कर चालीसगांव विभाग मे कई जगहो पर छापेमारी की थी . राजकुमार पर की गई कार्रवाई टाटा कंपनी के नमक प्रोडक्ट के गरिमा को लगी चोट को लेकर थी जिसमे फूड एंड ड्रग विभाग का कोई सरोकार नही है . आम नागरिक टाटा के कार्रवाई का स्वागत और सरकारी विभाग फूड एंड ड्रग की सुस्ती की आलोचना कर सकते है . सूत्रो के मुताबिक जामनेर शहर मे कुछ चुनिंदा व्यापारी है जो सोयाबीन के नाम पर पामतेल बेचते है . तेल के ट्रक देररात शहर मे दाखिल होते है . पाम को तीन से चार बार फ़िल्टर किया जाता है और फिर सोयाबीन के नाम से बेचा जाता है .