130 लोगों का सयुंक्त परिवार है ” बिकानो “, चांदनी चौक से सात समुंदर पार
नई दिल्ली ( विशाल चड्ढा तेजसमाचार के लिए ) – हम दो हमारे दो घोषवाक्य के बाद धीरे धीरे भारतीय कुटुंब व्यवस्था में भी संकुचन की प्रक्रिया ने पैर पसारना प्रारंभ कर दिया. समय के बदलाव के साथ सयुंक्त परिवार बिखर कर संख्या में बढ़ने लग गए. परिणामस्वरूप आज डिजिटल और स्मार्ट होते इस समाज में सयुंक्त परिवार दिख जाने पर बडा आश्चर्य होता है.
ऐसा ही 130 सदस्यो का सयुंक्त परिवार चांदनी चौक से चायना के मिथक को तोड कर सात समुंदर पार अपनी ख्याती अर्जित कर चुका है. देश विदेश में बीकानेरी भुजिया का स्वाद बिखेरने वाले केदारनाथ अग्रवाल व उनके तीन अन्य भाई आज भी सयुंक्त परिवार की इसी परम्परा का निर्वाह करते हुए एक आदर्श स्थापित कर रहे हैं.
काका जी के नाम से छोटे बड़े में परिचित केदारनाथ जी अग्रवाल बताते हैं कि यही सयुंक्त परिवार परम्परा ही उनके व्यापार की सफलता व सुन्दरता है.
तेजसमाचार के साथ विशेष बातचीत के दौरान बिकानेरवाला फुड्स प्रा.लि. के मालिकों में से एक केदार नाथ अग्रवाल व उनके बेटे नवरत्न अग्रवाल ने बताया कि 130 सदस्यों वाले उनके परिवार में कोई लिखा – पढ़ी नहीं है. परिवार में सभी सामान हैं. कोई भी बड़ा यां छोटा नहीं है. काका जी उर्फ़ केदारनाथ जी अग्रवाल बताते हैं कि मूल बीकानेर राजस्थान में मिठाई व नमकीन के पुश्तैनी व्यापार को आगे बढाने के उद्देश से उनका परिवार वर्ष १९५७ में दिल्ली आया. उससे पहले व्यापार की संभावना तलाशने के लिए अग्रवाल भाई मुंबई, अहमदाबाद, इंदौर व अन्य शहरों में भी गए थे. लेकिन अंत में दिल्ली को बीकानेर के निकट होने व व्यापार की अधिक संभावना होने की पारखी नज़र रखते हुए यह परिवार दिल्ली में ही रच बस गया.
राजस्थान में आज भी ‘काका जी’ के पिताज़ी लालचन्द्र जी अग्रवाल के नाम पर वही 70 – 80 वर्ष पुरानी लालजी स्वीट्स दूकान, रेस्टारेंट की श्रंखलायें मौजूद हैं. ‘काका जी’ अपने तीन अन्य भाइयों के साथ आज भी सयुंक्त परिवार का हिस्सा हैं, जबकि उनके दो भाई पूर्व में ही परिवार से विभक्त हो कर अपना व्यवसाय कर रहे हैं.
बिकानेरवाला फुड्स प्रा.लि. व बिकानो ब्रांड के मालिकों में से एक संचालक नवरत्न अग्रवाल ने बताया कि “केवल हमारे अपने परिवार के चार ब्रांड हैं. कोई 40 देशों में हम एक्सपोर्ट करते हैं,दुबई, काठमांडू,अमेरिका, सिंगापुर से लेकर अटलांटा तक हमारे आउटलेट हैं. नवरत्न अग्रवाल बताते हैं कि देश विदेश में बिकानो व उनके अन्य ब्रांड के लगभग सवा सौ आउटलेट मौजूद हैं.
काका जी उर्फ़ केदारनाथ जी अग्रवाल व उनके बेटे नवरत्न अग्रवाल ने बताया कि पुरानी दिल्ली के चादंनी चौंक में एक छोटी सी दुकान से उनके व्यापार की शुरुवात हुई. मेहनत, गुणवत्ता व समय के बदलाव को ध्यान में रखते हुए अग्रवाल परिवार निरंतर तरक्की करता रहा. नवरत्न अग्रवाल का कहना कई कि समय की मांग के अनुसार उनके परिवार ने ग्राहक की पसंद के अनुरूप तरह तरह के प्रयोग भी किये.आज बिकानेरवाला फुड्स प्रा.लि. व बिकानो ब्रांड के पास अत्याधुनिक मशीनरी, रिसर्च एंड डिवलपमेंट लैब्स, नई तकनीक स्वीकारने की क्षमता मौजूद है. जो उनके ब्रांड को और अधिक स्वादिष्ट, प्रभावी व भरोसेमंद बनाता है.
ब्रांड के प्रति विशवास के बारे में नवरत्न अग्रवाल बताते हैं कि उनके परिवार के बुजुर्गों ने व्यापार को लेकर जो ध्येय बनाया है वह अगली पीढ़ियों में भी जारी है. ग्राहक को पवित्र भाव से उत्पाद देना मतलब परमात्मा को भोग चढाने जैसा है. बुजुर्ग कहते है कि जैसा अन्न वैसा मन, बस उसी सिद्धांत को ध्यान में रखते हुए बिकानेरवाला फुड्स में सभी उत्पाद शुद्ध मन से बनाये व बेचे जाते हैं. मेडिटेशन में अपार विशवास व गहरी पकड़ रखने वाले नवरत्न अग्रवाल अपने उत्पाद की गुणवत्ता व सफलता में भी मेडिटेशन के सिद्धांतों को जोड़ कर देखते हैं. वे कहते हैं यदि आप यह सोचते रहेंगें कि आपका सर दर्द हो रहा है तो धीरे धीरे आपका दर्द बढ़ता जाएगा. लेकिन यदि आप इस आप नज़रंदाज़ करते हुए ऐसा महसूस करने लगें की आपका सर दर्द ठीक हो रहा है तो कुछ ही देर में आप दर्द से मुक्त होंगें. नवरत्न अग्रवाल देश भर में महाविद्यालयों, मेनेजमेंट के छात्रों, विभिन्न संस्थानों में जाकर मेडिटेशन, प्रबंधन आदि के मन्त्र भी सांझा करते हैं.
समय की मांग के अनुसार भारत को स्वस्थ बनाने की दिशा में अग्रणी डिब्बाबंद खाद्य पदार्थों के नामी ब्रांड बिकानेरवाला फुड्स प्रा.लि. व बिकानो ब्रांड, ने स्वास्थय को लेकर चिंतित अपने ग्राहकों के लिए विशेस डाइट प्रोडक्ट्स देश भर के बाज़ारों में उतारे हैं, लगभग सौ से अधिक प्रकार के नमकीन बाज़ार में उतारने के बाद अब अपनी “हेल्थी एंड टेस्टी स्नैक्स” की उत्पाद श्रंखला में , बिकानो ने डाइट मिक्सचर , डाइट मुरमुरा और डाइट चिवड़ा जैसे स्वादिष्ट स्नैक्स का तोहफा अपने ग्राहकों को दिया है. केदारनाथ जी अग्रवाल व उनके बेटे नवरत्न अग्रवाल का मानना है ” बिकानो ने हमेशा अपने ग्राहकों की खाने की आदतों में नई प्रवृत्तियों और विकल्पों को मद्देनज़र रखते हुए ही ग्राहकों की मांग को पूरा किया है. इसी लिए बिकानो ने अपनी इस खास डाइट नमकीन रेंज में मक्का , सोयाबीन ,चावल का आटा, बेसन और उडद दाल जैसे पोषक तत्वों का इस्तेमाल कर उसे बेहद ही स्वादिष्ट और खाने में हल्का बनाया है.
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काका जी उर्फ़ केदारनाथ जी अग्रवाल कहते हैं कि व्यापार की प्रगति के लिए आपके पास अपने व्यापारिक प्रतिद्वंदी से मित्रता की भावना होनी चाहिए. अग्रवाल परिवार में अग्रज लालचंद्र अग्रवाल के समय से अपने व्यापारिक प्रतिद्वंदी को सहयोग करने की परंपरा चलाई जा रही है. जो बिकानेरवाला फुड्स प्रा.लि. व बिकानो ब्रांड की सफलता के राज में से एक है. दो सौ से अधिक उत्पाद के निर्माता इस परिवार ने पेप्सी – लहर को भुजिया सप्लाय करके उन्हें खड़े होने का सहयोग भी किया है. परिवार की अगली पीढ़ी के कुछ सदस्य विदेशों में आउटलेट संभाल रहे हैं , जबकि कुछ सदस्य विदेशों से उच्च शिक्षा ले कर अपने इस पुश्तैनी व्यापार में योग्यता का अनुभव दे रहे हैं.
विशेष बात यह है कि 130 सदस्यों का यह अग्रवाल परिवार सयुंक्त कुटुंब व्यवस्था की सोच के साथ आपस में समन्वय स्थापित कर एकजुट रहते हुए मिसाल प्रस्तुत कर रहे हैं. सामजिक दायित्व को पूरा करते हुए विभिन्न संगठनों से जुड़े इस परिवार के सदस्य शिक्षा के लिए भी व्यापक योगदान दे रहे हैं. नईदिल्ली में वर्ष 1974 में स्थापित की गई विभिन्न राजस्थान संगठनों की पालक संस्था ” राजस्थान संस्था संघ ” के वरिष्ठ उपाध्यक्ष पद पर नवरत्न अग्रवाल अपना योगदान दे रहे हैं.