महाराष्ट्र में कोई ज्योतिरादित्य नहीं, फिर भी गिरेगी सरकार
पुणे (तेज समाचार डेस्क). वरिष्ठ कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में शामिल होने से मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार गिरने की कगार पर खड़ी है.इस पृष्ठभूमि पर रविवार को पिंपरी चिंचवड़ पहुंचे भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष चन्द्रकांत पाटिल से महाराष्ट्र की संभावनाओं के बारे में पूछने पर उन्होंने दावा किया कि, यहाँ को ज्योतिरादित्य सिंधिया नहीं होगा. बल्कि आपसी विसंवाद के चलते तीन पार्टियों की सरकार जरूर गिर जाएगी.
– बेझिझक भाजपा निकाय संस्थाओं की जांच कराएं
चिंचवड़ में संवाददाताओं के साथ की गई बातचीत में उन्होंने राष्ट्रवादी कांग्रेस को चुनौती दी है कि केवल पिंपरी चिंचवड़ नहीं बल्कि भाजपा की सत्ता वाले किसी भी स्थानीय निकाय में भ्रष्टाचार की बेझिझक जांच करवा लें, हम ऐसी धमकियों से नहीं ड़रते.असल में उनसे पिंपरी चिंचवड़ मनपा में स्मार्ट सिटी परियोजना में 520 करोड़ रुपए के भ्रष्टाचार के आरोप के बारे में सवाल पूछा गया था. इस पर उन्होंने राष्ट्रवादी को चुनौती दी कि जांच की धमकियां न दें, बेझिझक जांच कराएं.
– किसानों को अभी तक नहीं मिली कर्ज माफी
राज्य के किसानों को पूरी कर्जमाफी अब तक नहीं मिल सकी है, महाविकास आघाडी सरकार की कर्जमाफी योजना भ्रामक है.यह कर्जमाफी केवल फसलों के लिए मिलने वाली है न कि नेटशेड, कुंए आदि के लिए.विधिमंडल के बजटीय सत्र में जल्दबाजी और हंगामे के बीच मनपा चुनाव एकल वार्ड पध्दति से कराने, सरपंच का चुनाव जनता में से न करने जैसे कानून पारित किए गए.10 हजार रोजगार निर्मिति की घोषणा भी भ्रामक है, यह आरोप भी उन्होंने लगाया.
– विधायकों को वाहन की जरूरत
राज्यभर के विधायक अब अपने लिए 30 लाख की गाड़ी खरीद सकते हैं, ऐसी घोषणा बजट में की गई है.इसके पांच साल के ब्याज का वहन सरकार द्वारा किया जाएगा.वह विधायक 10 लाख रुपए तक की गाड़ी खरीद सकते थे.इस फैसले का पाटिल ने यह कहकर समर्थन किया कि विधायकों को अपने निर्वाचन क्षेत्र में घूमने के लिए गाड़ी की जरूरत होती है. इस संवाददाता सम्मेलन में भाजपा शहराध्यक्ष विधायक महेश लांडगे, लक्ष्मण जगताप, महापार ऊषा ढोरे, उपमहापौर तुषार हिंगे आदि उपस्थित थे.