लंदन (तेज समाचार डेस्क). रविवार को 178 वर्ष पुराने ब्रिटेन के अंतराष्ट्रीय ट्रैवल ग्रुप थॉमस कुक ने स्वयं के दीवालिया होने का ऐलान कर दिया. बताया जाता है कि थॉमस कुक पर 1.7 अरब पाउंड यानी करीब 15 हजार करोड़ रुपए का कर्ज है, जबकि उसे संचालन जारी रखने के लिए 20 करोड़ पाउंड यानी 1766 करोड़ रुपए की तत्काल आवश्यक थी. कंपनी ने कहा कि तमाम कोशिशों के बावजूद नए निवेशकों से एग्रीमेंट नहीं हो पाया. इसलिए दीवालिया की अर्जी दाखिल करने का फैसला लेना पड़ा. थॉमस कुक 16 देशों में हर साल 19 करोड़ लोगों को होटल, रिसॉर्ट और एयरलाइन सर्विस मुहैया करवा रही थी. न्यूज एजेंसी के मुताबिक कुछ रिपोर्ट्स में पता चला कि थॉमस कुक के बंद होने से दुनियाभर के 6 लाख पर्यटक फंस गए हैं. इनमें से 1.5 लाख ब्रिटेन के हैं.
– ब्रिटेन से किराए पर लिए विमान
ब्रिटेन के परिवहन सचिव ग्रांट शेप्स ने बताया कि दर्जनों चार्टर्ड विमान किराए पर लिए हैं. ताकि, ब्रिटेन के यात्रियों को घर पहुंचाया जा सके. उनसे कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा. सरकार का कहना है कि ब्रिटेन के इतिहास में दूसरे विश्व युद्ध के बाद यह यात्रियों की सबसे बड़ी वापसी होगी.
– 22 हजार कर्मचारी बेरोजगार
थॉमस कुक की ट्रैवल एजेंसियां बंद होने से दुनियाभर में इसके 22 हजार कर्मचारी बेरोजगार हो गए. इनमें से 9 हजार ब्रिटेन के हैं. थॉमस कुक ने मई में जानकारी दी थी कि ब्रेग्जिट की अनिश्चतताओं की वजह से गर्मियों की छुट्टियों की बुकिंग घट गई. इससे घाटा बढ़ गया. ग्रुप के ब्रिटेन में 600 स्टोर हैं. वे ऑनलाइन कॉम्पीटीशन की वजह से दबाव में आ गए.
– 1841 में हुई थी थॉमस कुक की स्थापना
थॉमस कुक ने 1841 में ट्रैवल कंपनी के तौर पर शुरूआत की थी. उस वक्त ब्रिटेन के शहरों के बीच ट्रेन टूर ऑपरेट करती थी. 1855 में यूरोप और 1866 में अमेरिका के टूर शुरू किए थे. 1927 में एयर टूर की शुरुआत की थी. दो साल पहले मोनार्क एयरलाइंस के बंद होने पर ब्रिटेन की सरकार ने विमान किराए पर लेकर 1.10 लाख यात्रियों को घर पहुंचाने का इंतजाम किया था. इस पर 6 करोड़ पाउंड का खर्च आया था.
– थॉमस कुक इडिया लिमिटेड पर कोई असर नहीं
थॉमस कुक इंडिया लिमिटेड (टीसीआईएल) का कहना है कि थॉमस कुक यूके के दीवालिया होने से भारतीय ऑपरेशन पर कोई असर नहीं पड़ेगा. दीवालिया ग्रुप से उसका कोई लेना-देना नहीं. अगस्त 2012 में कनाडा की फेयरफैक्स फाइनेंशियल होल्डिंग्स कंपनी ने थॉमस कुक इंडिया का अधिग्रहण कर लिया था. टीसीआईएल के शेयर फेयरफैक्स को ट्रासंफर करने के बाद थॉमस कुक यूके प्रमोटर नहीं रहा. टीसीआईएल में उसकी कोई हिस्सेदारी नहीं है.