पुणे (तेज समाचार डेस्क). शहर में कोरोना संक्रमित लोगों की तादाद तेजी से बढ़ रही है. उल्लेखनीय है कि जो लोग विदेश नहीं गए चुके है, ऐसे ज्यादा तर लोगों को कोरोना की बाधा हुई है. शहर में हाल ही में 115 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए है. खास तौर पर शहर के मध्यवर्ती इलाके में समाज संसर्ग बढ़ता जा रहा है. इस वजह से 6 अप्रैल से पेठ इलाके, कोंढवा, गुलटेकडी जैसे इलाके सील करने का निर्णय महापालिका ने लिया है. जिस तेजी से यह वायरस फैलता जा रहा हैै, उसके चलते विभिन्न चरणों में पूरा शहर सील करना पड़ेगा. ऐसे संकेत महापालिका आयुक्त शेखर गायकवाड़ ने दिए है. साथ ही आगामी 7 दिन तक पर्याप्त होगा, उतना राशन या सामग्री खरीद के रखले, ऐसी नसीहत भी आयुक्त ने पुणेवासियों को दी है.
– मध्यवर्ती इलाके किए गए है सील
ज्ञात हो की राज्य में कोरोना संक्रमित लोगों की तादाद तेजी से बढ़ती जा रही है. खास तौर से पुणे व मुंबई में इस वायरस ने थैमान मचाके रखा है. मुंबई में तेजी से हो रहा फैलाव रोकने के लिए स्थानीय प्रशासन ने कई इलाके सील करने का निर्णय लिया है. उसी तर्ज पर पुणे में भी यह निर्णय हाल ही में लिया गया है. क्योंकि विदेश ना जाते हुए भी शहर के नागरिकों को कोरोना से संबंधित लक्षण नजर आ रहा है. विगत दो दिनों में 50 से अधिक लोग कोरोना से संक्रमित पाए जा चुके है. ये सभी मरीज शहर के मध्यवर्ती इलाके के हैं. इस वजह महापालिका ने 6 अप्रैल रात 12 बजे से महर्षि नगर से लेकर आरटीओ, कोंढवा, सभी पेठ इलाके व गुलटेकडी परिसर सील कर दिया है. लेकिन मार्केट यार्ड पर इसका असर नहीं होगा. सब्जी का यहा का आवागमन जारी रहेगा. ऐसा मनपा प्रशासन द्वारा कहा गया है. इस सील के कालावधि केदौरान नागरिकों को मेडिकल के अलावा कोई सुविधा नहीं दी जाएगी.
– नागरिक करें पूर्व तैयारी : मनपा आयुक्त
महापालिका आयुक्त शेखर गायकवाड़ का कहना है कि जिस तेजी से कोरोना का संक्रमण बढ़ता जा रहा है, उसके चलते कई इलाके सील करना अनिवार्य था. उसके अनुसार हमने सील का यह निर्णय लिया है. आगामी काल में यह संक्रमण और भी बढ़ता जा सकता है. इस वजह से सावधानी बरतनी होगी. इसके अनुसार विभिन्न चरणों में शेष इलाके सील करने होंगे. संक्रमण का फैलाव रोकने के लिए यही एक विकल्प है. इस वजह से शहर के नागरिक भी उसके लिए तैयार रहे. साथ ही आगामी 7 दिन तक पर्याप्त होगा, उतना राशन या सामग्री खरीदे, ऐसा भी आयुक्त ने कहा है. क्योंकि सील करने के बाद नागरिकों के घूमने पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी जाएगी. सिर्फ मेडिकल या स्वास्थ संबंधित सुविधा दी जाएगी.