पुणे (तेज समाचार डेस्क). कोरोना संकट की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए आंबेडकरी संगठन एवं सभी अनुयायी १ जनवरी को कोरेगांव भीमा में होनेवाले विजयस्तंभ अभिवादन समारोह में शामिल होने के लिए ना आएं. इस साल विजयस्तंभ अभिवादन समारोह प्रशासन द्वारा किया जाना चाहिए. हम किसी भी व्यक्ति या संगठन का विरोध नहीं कर रहे हैं. लोगो के स्वास्थ्य के लिए हम सभी लोगों को कोरोना से बचने के लिए सरकार द्वारा जारी किए गए नियमों का पालन करना चाहिए. परंपरागत समारोहों का विरोध किए जाने के कुछ लोगों के आरोप झूठा और बेबुनियादी है. इस साल किसी भी धर्म के उत्सव नहीं हुए हैं. तो हमें भी कोरोना के चलते भीड़ नहीं करनी है. विजयस्तंभ अभिवादन को लेकर कोई भी राजनीति न करे और प्रशासन का सहयोग करे. ऐसी अपील रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (A) के नेताओं ने किया.
– सर्जेराव वाघमारे ने लगाए थे गंभीर आरोप
दो दिन पहले सर्जेराव वाघमारे व अन्य लोगों ने पत्रकार परिषद लेकर रिपब्लिकन पार्टी व अन्य नेता-कार्यकर्ताओं पर गंभीर आरोप लगाया था कि वे कोरेगांव भीमा में कार्यक्रम करने का विरोध कर रहे हैं. इसी आरोपों का खंडन करते हुए, ‘रिपाइ’ नेता डॉ. सिद्धार्थ धेंडे, बालासाहेब जानराव, परशुराम वाडेकर, शहराध्यक्ष संजय सोनावणे ने प्रशासन द्वारा जारी नियमों का पालन करने की अपील की.
– किसी भी धर्म के लोगों ने नहीं मनाया उत्सव
धेंडे ने कहा कि पिछले दस महीनों से कोरोना ने सबको डराया हुआ है. उससे बचने के लिए सभी धर्मों के लोगों ने इस साल कोई भी कार्यक्रम या उत्सव नहीं मनाया है. यहां तक कि पंढरपुर की वारी, गणेशोत्सव, ईद, गुड फ्रायडे, दीवाली और दशहरा भी नहीं मनाया गया है. साथ ही किसी भी महापुरुष की जयंती नहीं मनाई गई. ऐसे में हमें लोगों का स्वास्थ्य जोखिम में डालकर अभिवादन कार्यक्रम के लिए भीड़ जमा करने का कोई अधिकार नहीं है.
कुछ लोग राजनीति चमका रहे हैं
धेंडे ने कहा कि कुछ लोग अपनी राजनीति और महत्वाकांक्षा को चमकाने के लिए कार्यक्रम लेने की मंशा पाले हुए हैं. हम सभी आम्बेडकरी नेता और लोगो को ऐसे लोगो का विरोध करना चाहिए. इस समय लोगों को कोरोना से बचाने का काम सबसे महत्वपूर्ण है.
अस्तित्व बचाने के लिए फैला रहे गलतफहमी
परशुराम वाडेकर ने कहा कि कुछ लोग अपना अस्तित्व बचाने के लिए लोगो में गलतफहमी फैला रहे हैं. बड़े स्तर पर कार्यक्रम करने की हमारी परंपरा रही है, लेकिन कोरोना के चलते हमने सभी प्रकार के कार्य्रकम रद्द किये हुए हैं. प्रसाशन से हम विनती कर रहे हैं वे इस प्रतिनिधिक रूप में अभिवादन करें. सभी लोगो ने इसका स्वीकार कर सहयोग करना चाहिए.
– इस वर्ष प्रशासन करे अभिवादन
बालासाहेब जानराव ने कहा कि इस साल किसी को भी कार्यक्रम नहीं करना चाहिए. प्रशासन इसबार अभिवादन करे. भीड़ जमा कर हम लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ न करें. अन्य धर्मों के लोगों ने जिस तरह शांति और संयम से अपने उत्सव नहीं मनाएं, वैसे ही हमें भी समझदारी दिखानी होगी. कोरोना संकट खत्म हो जाने के बाद हम बड़े स्वरूप में कार्यक्रम कर सकते हैं. संजय सोनवणे बताया कि आरपीआई के प्रमुख पांच कार्यकर्त्ता अभिवादन के लिए परमिशन लेकर जाएंगे. पार्टी का कोई भी कार्यकर्ता नियमों का उल्लंघन न करे.