बुलंदशहर (तेज समाचार डेस्क). सोमवार गोकशी के बाद उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में उग्र भीड़ ने पुलिस पर हमला करते हुए पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध सिंह सहित एक की हत्या कर दी थी. दंगे पहले बजरंग दल नेता ने गोकशी की शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें उसने दो नाबालिगों के नाम दर्ज करवाए थे. इन दोनों नाबालिगों की उम्र 11 और 12 साल है और दोनों चचेरे भाई हैं. पुलिस ने बुधवार को दोनों को बुलाकर चार घंटे तक पूछताछ की. नाबालिगों के परिजनों का आरोप है कि पुलिस बजरंग दल के नेता योगेश राज के दबाव में परेशान कर रही है. वहीं, पुलिस इसे जांच का हिस्सा बता रही है.
– सोमवार को हुई थी घटना
बुलंदशहर के स्याना में सोमवार को गोकशी को लेकर हिंसा फैली थी. हिंसा में पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध कुमार की भी गोली लगने से मौत हो गई थी. इस मामले में पुलिस ने दो एफआईआर दर्ज की हैं. पहली एफआईआर योगेश की शिकायत पर गोकशी मामले में दर्ज की गई है. इसमें 7 लोगों के नाम हैं. वहीं, दूसरी एफआईआर हिंसा और इंस्पेक्टर की हत्या के मामले में दर्ज किया गया. इसमें 27 के नाम हैं, 60 से ज्यादा अज्ञात हैं.
– बच्चों का क्या कसूर
नाबालिग बच्चे के पिता ने बताया-मेरे बेटे और भतीजे के खिलाफ गोकशी में एफआई दर्ज हुई है. पुलिस हमें थाने में ले गई और परेशान किया गया. हमें चार घंटे बैठाया गया, जबकि बच्चे बेकसूर हैं.
– योगेश राज खुद को बता रहा बेकसूर
बजरंग दल के जिला संयोजक योगेश राज ने बुधवार को सोशल मीडिया पर बयान जारी कर खुद को निर्दोष बताया. योगेश ने कहा, जिस जगह हिंसा हुई, वहां हमारा दल प्रदर्शन नहीं कर रहा था. उस वक्त हम सभी थाने में मौजूद थे और गोकशी की घटना पर एफआईआर दर्ज करा रहे थे.
– घटना में बड़े षड्यंत्र की आशंका : मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार देर रात अफसरों के साथ आवास पर बुलंदशहर में हुई हिंसा की घटनाओं की समीक्षा की. मुख्यमंत्री ने मारे गए छात्र सुमित के परिजनों को 10 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया. साथ ही गोकशी में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया. मुख्यमंत्री ने कहा- बुलंदशहर की घटना एक बड़े षड्यंत्र का हिस्सा है. मुख्यमंत्री ने बुलंदशहर हिंसा मामले में सभी आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी के निर्देश दिए.
– अब तक 4 गिरफ्तार
मामले में एडीजी लॉ एंड ऑर्डर आनंद कुमार ने कहा कि अभी तक इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि चार ही लोगों को हिरासत में पूछताछ की जा रही है. फिलहाल, हालात काबू में हैं. हमारी 6 टीमें छापेमारी कर रही हैं. वीडियो फुटेज, चश्मदीदों के बयान पर ही कार्रवाई की जा रही है. मामले की जांच एसआईटी कर रही है. उन्होंने बताया कि मामले में 27 लोगों को नामजद किया गया है. इन पर 17 धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है. गोकशी मामले में शिकायतकर्ता योगेश राज हिंसा का मुख्य आरोपी है. घटना के बाद से वह फरार बताया जा रहा है. 50-60 अज्ञात लोगों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है.