कोलकाता (तेज समाचार डेस्क). पिछले लोकसभा चुनाव में मात्र 2 सीट पानेवाली भाजपा ने 2019 के लोकसभा चुनाव में ममता के गढ़ में कील ठोंकते हुए 18 सीटों पर जीत दर्ज की है. भाजपा की इतनी बड़ी जीत को शायद तृणमूल की ममता बैनजी और उनके कार्यकर्ता पचा नहीं पा रहे हैं. इसी कारण लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद प. बंगाल के कई हिस्सों में हिंसा की घटनाएं सामने आई हैं. बैरकपुर के ककिनारा में बम धमाके में एक व्यक्ति की मौत हो गई. कुछ अज्ञात लोगों ने बाजार और घरों में तोड़-फोड़ भी की. राजनीतिक झड़पों में एक दर्जन से ज्यादा लोग जख्मी हुए हैं.
– अर्जुन सिंह पिता-पुत्र ने जीता चुनाव
भाजपा उम्मीदवार अर्जुन सिंह ने बैरकपुर लोकसभा सीट और उनके बेटे पवन ने भटपारा विधानसभा उपचुनाव में जीत हासिल की. इसके कुछ घंटे बाद ही तोड़-फोड़ की गई. अर्जुन सिंह ने तोड़-फोड़ वाले इलाकों का दौरा किया. उन्होंने बताया कि तृणमूल के कार्यकर्ता 19 मई से ही लोगों को डराने के लिए हमले कर रहे हैं.
– भाजपा भी जवाब देना जानती है
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने तृणमूल कार्यकर्ताओं पर हिंसा फैलाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि भाजपा इसका जवाब देने के लिए जैसे को तैसा नीति अपनाएगी. उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से सही भावना में काम करने को भी कहा. घोष ने कहा, तृणमूल हार स्वीकार नहीं कर पा रही है. उन्हें नतीजों को सही भावना के साथ देखना चाहिए. अगर तृणमूल हिंसा को धमकाने के लिए इस्तेमाल कर रही है और हमारे कार्यकर्ताओं पर हमला जारी रखा तो हम भी उसी तरह जवाब देंगे.
– ममता के अहंकार को करारा जवाब
उन्होंने कहा, ”बंगाल के लोगों ने ममता के अहंकार को करारा जवाब दिया है. तृणमूल के गुंडे विपक्ष के नेताओं और उम्मीदवारों पर लगातार हमला कर रहे हैं.” टीएमसी नेताओं के भाजपा में शामिल होने पर उन्होंने कहा- उन सभी लोगों के लिए हमारे दरवाजे हमेशा खुले हैं, जो तृणमूल के खिलाफ लड़ना चाहते हैं.
– 34 से 22 पर आई तृणमूल
देश के अन्य हिस्सों की तरह ही भाजपा को बंगाल में भारी बढ़त मिली. यहां पार्टी ने 18 सीटों पर जीत हासिल की. वहीं, 2014 में भाजपा को सिर्फ दो पर जीत मिली थी. तृणमूल ने 2014 में 34 सीटें जीती थीं. इस बार उसे 22 पर जीत मिली.