इंदौर (तेज समाचार डेस्क). अपना टूटता हुआ आशियाना देखना किसी को भी अच्छा नहीं लगता लेकिन जब आशियाना किसी की जमीन पर अतिक्रमण कर बनाया गया हो, तो उसे समय आने पर तोड़ना लाजमी हो जाता है. शनिवार को छोटी ग्वालटोली स्थित नजूल की जमीन पर बने अतिक्रमण को हटाने में नगर निगम के अमले को काफी मशक्कत करनी पड़ी. यहां तोडू कार्रवाई के दौरान एक बुजुर्ग महिला कार्रवाई के विरोध में जेसीबी मशीन के नीचे लेट गई. अमले को महिला को वहां से हटाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी.
– कार्रवाई में एक घंटा हुआ विलंब
निगम का अमला सुबह 11 बजे पहुंचा. छोटी ग्वालटोली पुलिस के इंतजार में एक घंटे देरी से निगम की कार्रवाई शुरू हो पाई. इस दौरान नजूल की जमीन से दो झोपड़े हटाए गए. छोटी ग्वालटोली हंसोबाई व तुलसा बाई यादव द्वारा मध्य रोड पर दो टापरे लगभग 2000 वर्गफीट बनाकर अतिक्रमण किया गया था, जिसे कार्रवाई कर हटाया गया. कार्रवाई के दौरान हंसोबाई जेसीबी के नीचे लेट गई, जिसे बड़ी मशक्कत के बाद महिला और पुरुष पुलिस ने निकला. कार्रवाई के दौरान भवन अधिकारी असित खरे, सुधीर गुलवे व अन्य कर्मचारी उपस्थित थें.
– एक मंजिला मकान को भी तोड़ा
शनिवार को ही नगर निगम ने एक और अति खतरनाक मकान को तोड़ दिया. रिमूवल का अमला नहीं मिलने के कारण दूसरे स्थान पर कार्रवाई नहीं हो पाई. पिछले तीन दिनों में पांच मकान पर कार्रवाई हो चुके हैं, अभी 21 खतरनाक भवनों पर कार्रवाई होना बाकी है. जिस हिसाब से निगम भवनों पर कार्रवाई कर रहा है. उस हिसाब से 21 मकान तोड़ने में करीब 15 दिन ओर लग जाएंगे. उधर, खतरनाक भवनों पर कार्रवाई के कारण कोचिंग संस्थानों पर पूरी तरह से कार्रवाई ठप पड़ गई है. निगम का अमला सुबह 10 बजे सिलावटपुरा पुहंचा.
कार्यपालन यंत्री ओपी गोयल ने बताया कि करीब एक घंटे में सिलावटपुरा मेन रोड पर मकान नंबर 67-68 दुर्गा शंकर मेहता के मकान को तोड़ा गया. वहीं, दूसरी रिमूवल की टीम अन्य कार्य में व्यस्त होने से नहीं मिल पाई. इसलिए एक ही भवन पर कार्रवाई की गई. आगामी कार्रवाई सोमवार को की जाएगी. उधर, सूरत में हादसे के बाद शहर में चल रही कोचिंग संचालकों पर कार्रवाई पूरी तरह ठप पड़ गई है. निगम के अधिकारी भी ये बताने से बच रहे हैं कि कोचिंग संचालकों पर अब वापस से कार्रवाई कब शुरू होगी?