सत्तर के दशक की शुरुआत की बात है । फ़िल्म अभिनेता जितेंद्र और रेखा शिमला में फिल्म “एक बेचारा” के लिए शूटिंग कर रहे थे । दोनों के अफेयर की चर्चा फ़िल्म इंडस्ट्री में फैल गयी । मगर ये मामला जल्द खत्म हो गया। जितेंद्र अपनी एयरहोस्टेस गर्लफ्रेंड शोभा के साथ ज्यादा सीरियस थे। वे रेखा को छोड़ गए।
“दिल टूटी” रेखा को फिर सहारा दिया विनोद मेहरा ने ।कहते हैं कि विनोद ही वो इकलौते शख्स थे, जिन्होंने रेखा को उसके पूरे कलेवर में समझा और प्यार किया। मगर दोनों के एक होने में एक दिक्कत थी।वो थी विनोद की मां।
विनोद मेहरा की माँ को रेखा के मीडिया को दिए बोल्ड बयान पसंद नहीं थे। उसकी इमेज पसंद नहीं थी। एक सांवली मोटी लड़की, जो फिल्म में लटके झटकों के लिए ली जाती है। कैमरा जब तब उसकी क्लीवेज पर ही फोकस करता रहता है। और सबसे बड़ी बात, रेखा कथित रूप से साउथ के सुपर स्टार की नाजायज औलाद है।
इन सबके बावजूद रेखा विनोद मेहरा की मम्मी जी को मनाने के लिए ट्राई करती रहीं। इसी दौरान खबर आई कि रेखा ने काक्रोच मारने वाला जहर खा लिया है । कारण बताया गया कि विनोद मेहरा शादी के लिए राजी नहीं हो रहे थे। कुछ दिनों बाद दोनों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। सफाई दी गई कि रेखा ने जहर नहीं खाया। उनके खाने में काक्रोच था। जिसके चलते फूड प्वाइजनिंग हो गई।
इसके कुछ महीनों बाद दोनों की कलकत्ता में शादी हो गई। मगर मम्मी जी तब भी नहीं मानीं। बताते है शादी के बाद जब रेखा उनसे मिलने पहुंची तो उन्होंने अपने फ्लैट के दरवाजे से रेखा को दौड़ा दिया । प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया था कि उन्होंने हाथों में चप्पल लेकर रेखा के पीछे दौड़ लगाई । बहरहाल कुछ दिनों में ये रिश्ता भी टूट गया। रेखा और “विन विन” का रिश्ता। रेखा विनोद मेहरा को इसी नाम से पुकारती थीं।
फिर रेखा की जिंदगी में एक्टर किरण कुमार आए। मशहूर विलन जीवन के बेटे। रेखा ने उन्हें नाम दिया “किन किन”। किन किन का करियर भी शुरू ही हो रहा था। रेखा “विन विन” के जाने के बाद “किन किन” के साथ खुश थीं। वह प्रेस वालों से अपने इश्क के बारे में बिना किसी लाग लपेट के बात करती थीं। किन किन की बात उन्होंने किसी रिपोर्टर को बता दी । बात किरण कुमार के पिता जीवन तक भी पहुंची और उन्होंने बेटे पर अंकुश लगा दिया। रेखा फिर अकेली हो गयी ।
सच-झूठ, प्यार-तकरार-इनकार। खूबसूरत रेखा का जीवन इन शब्दों में समेटा जा सकता है। रहस्यमयी रेखा का यह सिलसिला अब तक कायम है। अब भी पब्लिक फंक्शन में अमिताभ रेखा जया होते हैं तो कैमरा उन्हीं पर टिका रहता है। रेखा को पता है। कैमरे को कैसे भरमाए रखना है। और खुद उनकी नजर में वह क्या हैं? एक प्यार में डूबी अकेली लड़की.
एक किताब है ‘रेखा- द अनटोल्ड स्टोरी’। इस किताब में सिलसिलेवार ढंग से उनके किस्से लिखे हैं। हर स्कैंडल। हर तकलीफ। हर फिल्म। हर बयान। कभी मौका लगे तो पढियेगा ।
आज उन्ही रेखा जी यानी भारतीय सिनेमा के बहुचर्चित अभिनेत्रियों में से एक का जन्मदिन है। उन्हें बहुत-बहुत शुभकामनाएँ । रेखा स्वस्थ रहे, दीर्घायु रहे🎂🍫🎈🎁
इन आंखों के मस्ती के मस्ताने हजारों है……..
सुधांशु – 098280 32289