पुणे (तेज समाचार डेस्क). सोमवार को लॉकडाउन-3 शुरू हुआ. पिछले करीब एक महीने से जारी लॉकडाउन के बाद सोमवार से कुछ सेवाओं को शुरू किया गया. इसके तहत शराब की दुकाने भी शुरू की गई. शराब की दुकाने खुलते ही मद्यपियों की भीड़ उमड़ पड़ी और पिछले एक महीने जिस सोशल डिस्टेंसिंग का सख्ती से पालन किया जा रहा था, उसकी धज्जियां उड़ते देखी गई. करीब 40 दिन बाद खुलने वाली शराब की दुकानों पर लोग काफी पहले ही पहुंच गए. पुणे और पिंपरी चिंचवड़ शहरों में शराब लेने के लिए सड़कों पर सुबह तब से ही लंबी-लंबी कतारें लगी नजर आई, जब दुकानें खुली भी नहीं और न ही उनके खुले रखने का जिलाधिकारी से कोई आदेश आया था. कई जगहों पर लोगों को भगाने के लिए पुलिस को लाठियां चटकानी पड़ी हैं.
– कही महंगा न पड़ जाए प्रतिबंधों में ढील का फैसला
लॉकडाउन का तीसरा चरण सोमवार से शुरू हो गया है. सरकार ने अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने के लिए प्रतिबंधों में ढील देने का फैसला किया है. इसके तहत कंटेन्मेंट जोन छोड़कर अन्य जगहों पर शराब की दुकानों को खोलने की अनुमति है. रविवार कल शाम से सोमवार दोपहर तक पुणे में शराब की बिक्री को लेकर बहुत कुछ अफवाहें चलती रही. पुणे में शराब बेचने की अनुमति को लेकर भ्रम की स्थिति पैदा हो गई. क्योंकि, जिलाधिकारी नवल किशोर राम ने इस बाबत कोई आदेश जारी नहीं किया था.
– जिलाधिकारी ने दोपहर में की घोषणा
हालांकि दोपहर को जिलाधिकारी ने शराब की बिक्री को लेकर घोषणा कर दी. इसके अनुसार जिले में कंटेन्मेंट जोन को छोड़कर अन्य जगहों पर शराब की बिक्री की अनुमति दी गई है. शराब की दुकानें, बीयर शॉपी शाम 5 बजे तक खुली रहेंगी. हालांकि जिलाधिकारी ने सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करते हुए सशर्त अनुमति दी है. इसके अलावा यह भी स्पष्ट किया गया कि जिले में रेस्तरां- बार बंद ही रहेंगे. बहरहाल जिलाधिकारी के आदेश जारी होते ही पुणे और पिंपरी चिंचवड़ की शराब की दुकानों पर पियक्कड़ों की भीड़ उमड पड़ी.
– बंद दुकानों के सामने सुबह से लगी कतार
पुणे और पिंपरी चिंचवड़ में शराब की दुकान बंद रहने के बावजूद लोग यहां लंबी लाइन लगाकर खड़े हुए नजर आए. पुणे के सिंहगड रोड, पुणे-अहमदनगर नगर महामार्ग, बावधन, पिंपरी चिंचवड़ में कई जगहों पर लोग दुकानें खुलने की आस में सुबह 7 बजे से ही लाइन में लगे दिखे. दुकानें खुलने पर मानों हर जगह मेला सा लग गया. सोशल डिस्टन्टिंग की धज्जियां उड़ाई गई. कई जगहों पर तो इतनी लंबी लाइनें औऱ भीड़ देखी गई कि आखिरी व्यक्ति को शराब मिलने में दो दिन बीतेगा. हालांकि, भीड़ बढ़ने के बाद स्थानीय पुलिस की टीम पुणे के कई इलाकों में पहुंची और लोगों पर लाठियां भांजकर उन्हें भगाया.
– विशेष शर्तों के साथ दी गई अनुमति
सरकार ने एकल दुकानों पर शराब बेचने की अनुमति दी है. मतलब जो शराब की दुकानें बाजार से हटकर हैं उन्हें खोलने की छूट दी गई है. सरकार ने कहा है कि जिन दुकानों को खोलने की अनुमति दी गई है, उन्हें सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करना होगा. शराब की दुकानें सुबह 10से शाम 6 बजे तक खुली रहेंगी. शराब की दुकानों में सिर्फ 50 फीसदी स्टाफ ही काम करेंगे. शराब खरीदने वालों की भीड़ नहीं लगनी चाहिए. एक बार में कतार में 5 लोग से ज्यादा खड़े नहीं हो सकते हैं. लाइन में लगने वाले हर कस्टमर का बॉडी टेम्प्रेचर नापा जाएगा. दुकान के स्टाफ को थर्मल स्क्रीनिंग के बाद ही अंदर जाने की इजाजत होगी. हैंड सैनिटाइजर का लगातार इस्तेमाल किया जाएगा. दुकान के आसपास के इलाकों को लगातार सैनिटाइज करना होगा.