पुणे (तेज समाचार डेस्क). पुणे स्थित एमटी (मोटर ट्रांसपोर्ट) विभाग में डीआईजी के रूप में तैनात निशिकांत मोरे पर 26 दिसंबर, 2019 को पोस्को के तहत तलोजा पुलिस स्टेशन में अश्लील व्यवहार करने के कारण अपराध दर्ज किया गया था. अब इस मामले ने एक अलग मोड़ ले लिया है. पीड़ित लड़की घर से गायब हो गई है. इस संबंध में तलोजा पुलिस स्टेशन में गुमशुदगी कि रिपोर्ट दर्ज की गई है.
पीड़िता के पिता ने शिकायत में बताया गया है कि, उनकी बेटी सोमवार (6 जनवरी) को 11.30 बजे अपने घर से कहीं चली गई. इससे पहले युवती ने अपने कमरे में एक चिट्ठी छोड़ी थी. इसमें पीड़िता ने लिखा है कि, डीआईजी निशिकांत मोरे के मामले से मुझे गंभीर मानसिक आघात पहुंचा है.मुझे ढूंढने की कोशिश मत करना. लेटर में आगे लिखा है कि, “मेरी आत्महत्या के लिए डीआईजी मोरे जिम्मेदार है.” पुलिस ने शिकायत दर्ज होने के बाद लड़की की तलाश शुरू कर दी है.पुलिस उपायुक्त अशोक दुधने ने कहा कि, लड़की की तलाश के लिए छह पुलिस दल गठित किए गए हैं.इस बीच, निशिकांत मोरे ने गिरफ्तारी से बचने के लिए, गिरफ्तारी से पहले ही जमानत लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी है.बताया जा रहा है कि, इस संदर्भ में उसने पनवेल सत्र न्यायालय में एक अर्जी दायर की है.