कोल्हापुर (तेज समाचार डेस्क). मायक्रो फाइनेन्स द्वारा दिया गया कर्ज माफ हो इस मांग को लेकर कोल्हापुर जिले में बाढ़ प्रभावित महिलाओं ने आंदोलन शुरू किया है. शुक्रवार को इसी मांग के चलते महिलाओं ने शिवसेना के सांसद धैर्यशील माने के सामने नदी में कूद कर जलसमाधि लेने की कोशिश की. दमकल तथा आपदा प्रबंधन विभाग के जवानों ने महिलाओं को तत्काल बाहर निकला. इस दौरान एक महिला आंदोलक बेहोश हो गईं उसे तत्काल चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराई गई.
– मायक्रो फाइनेन्स कंपनी से लिया था कर्ज
बता दें कि, कोल्हापुर के शिरोल तहसील में पिछले कुछ दिनों से जारी महिलाओं के आंदोलन ने शुक्रवार को अलग ही मोड़ लिया. गांधीनगर में पंचगंगा नदी के किनारे महिलाएं आंदोलन कर रही थीं. उस समय हातकणंगले के सांसद धैर्यशील माने भी मौजूद थे. मायक्रो फाइनान्स द्वारा लिया गया कर्ज माफ करने की मांग को लेकर महिलाएं सीधे नदी में कूद गईं. इससे खलबली मच गई. दमकल विभाग तथा आपदा प्रबंधन विभाग के जवानों ने महिलाओं को तत्काल बाहर निकला. एक महिला आंदोलक बेहोश हो गईं. उसे तत्काल चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराई गई.
– मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप की मांग
इस आंदोलन का नेतृत्व कर रही दिव्या मगदूम ने कहा कि बाढ़ प्रभावित महिलाओं पर आर्थिक अन्याय किया जा रहा है. इसकी ओर प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा है. जब तक मुख्यमंत्री आंदोलकों से चर्चा नहीं करेंगे अथवा कर्जमाफी का आदेश जारी नहीं करते तब तक हम आंदोलन जारी ही रखेंगे. दूसरी ओर सांसद माने ने कहा है कि यहां मायक्रो फाइनान्स का आर्थिक जाल है. सैंकड़ों महिलाओं ने इस कंपनी से कर्ज लिया है. बाढ़ के कारण महिलाओं को कर्ज चुकाना मुमकिन नहीं है. इसलिए जिस तरह से किसानों को कर्जमाफी दी गई है, उसी तरह से इन महिलाओं का भी कर्ज माफ किया जाए. ऐसी मांग महिलाओं ने की है. इस संदर्भ में जिलाधिकारी से बैठक हुई है. बाढ़ प्रभावित इलाकों में किसी भी प्रकार की वसूली ना की जाए, ऐसे आदेश जिलाधिकारी ने दिए है. मुख्यमंत्री से भी बात की गई है. अगले हफ्ते उनसे मिलकर चर्चा की जाएगी.