नई दिल्ली (तेज समाचार डेस्क): आज world brain tumor day के रूप के मनाया जाता है। बता दें कि ये बीमारी भारत में मौतों का दसवां सबसे बड़ा कारण है। डॉक्टर कहते हैं कि ऐसा कोई ठोस कारण नहीं पता लगाया जा सका है जिसकी वजह से brain tumor होता है। हालांकि शोध (research) के आधार पर कुछ जोखिम कारक बताएं गए हैं। न्यूरोसर्जन (neurosurgeon) अपूर्व कुमार बताते हैं कि जिन बच्चों और वयस्कों को सर के आसपास रेडिएशन (radiation) दिया जाता है, उनमें बड़े होकर brain tumor होने की संभावना होती है। उन्होंने ये भी बताया कि कुछ लोगों में दुर्लभ जेनेटिक कंडिशन (genetic condition) जिसे न्यूरोफाइब्रोमाटोसिस (neurofibrometosis) कहते हैं पाया जाता है, ऐसे लोगों में भी brain tumor होने की संभावना होती है। वहीं 65 वर्ष से अधिक उम्र वाले लोगों में बच्चों और वयस्कों के मुकाबले brain tumor होने की संभावना चौगुनी होती है।
Tumor के प्रकार
दिमाग में एक प्राइमरी tumor या गांठ बनती है, वो कैंसर की हो भी सकती है और नहीं भी हो सकती है। कुछ tumor ऐसे भी होते हैं जो आस पास के ऊतकों को प्रभावित नहीं करते ऐसे tumor ज़्यादा घातक नहीं होते। हालांकि ऐसा नहीं है कि आगे चल कर ये नुकसान भी पहुंचा सकते हैं। लेकिन कई बार ये tumor जानलेवा भी हो सकते हैं। राष्ट्रीय कैंसर इंस्टिट्यूट की रिपोर्ट के अनुसार 2014 में brain tumor के 23,380 नए मामले आए थे।
Brain tumor के लक्षण
डॉक्टर कहते हैं कि brain tumor के लक्षण कई कारकों पर आधारित होते हैं। जैसे कि आकार, किस्म और tumor का असल स्थान। जब ऐसा कोई tumor किसी नस से टकरा जाता है तब लक्षण बढ़ने लगते हैं। brain tumor के लक्षण तब भी महसूस किये जा सकते हैं जब tumor दिमाग मे बह रहे द्रव का रास्ता रोकता है जिससे दिमाग मे सूजन आजाती है।
Brain tumor के सामान्य लक्षण हैं, सिरदर्द जो सुबह बहुत अधिक कष्टकारी हो जाता है। उल्टी के साथ जी मिचलाना, बोलने में और सुनने में बदलाव आजाना, चलने में संतुलन न रहना, मूड में बदलाव, कॉन्संट्रेट करने में मुश्किल होना, याद करने में मुश्किल होना, बेहोशी आदि।
Brain tumor का इलाज
ब्रेन ट्यूमर को हटाने के लिए सर्जरी सबसे सामान्य इलाज है। सर्जरी से पहले मरीज को एनेस्थीसिया दिया जाता है और सर के बाल हटा दिए जाते हैं। खोपड़ी को हटाने के लिए क्रेनिऑटोमी जी जाती है फिर खोपड़ी के अंदर से हड्डी का टुकड़ा बाहर निकाला जाता है। जितना संभव हो सकता है tumor को हटा दिया जाता है। फिर से हड्डी को खोपड़ी के अंदर स्थित किया जाता है और फिर सर में जो कट किया जाता है उसे वापस सील दिया जाता है। हालांकि अगर tumor दिमाग के स्तंभ या अन्य किसी कॉम्प्लेक्स पार्ट में होता है तब ऐसे में सर्जरी भी सम्भव नहीं होती।