यूट्यूब आधारित समाचार चैनलों की प्रदेशभर में मानो बाढ़ आई है. ये चैनल जिला स्तर पर अपना कार्यालय रखते हैं व अपने चैनल के लिए प्रतिनिधि, संवाददाता भी नियुक्त करते हैं. छोटे बड़े सभी समारोह की जानकारी खबर बनाकर पेश भी करते हैं. स्थानीय नागरिक उक्त चैनलवालों को ऐसे कार्यक्रमपर आमंत्रित भी करते है. ऐसी खबरें उक्त चैनल के लिए विज्ञापन व राजस्व भी जुटाती है. खबरों के टीवी चैनल या हररोज प्रकाशित अखबार, सायं दैनिक या टैब्लॉइड भी जो खबर नहीं दे सकते ऐसी सभी लोकरंजन खबरें या कार्यक्रम ये यूट्यूब चैनल जुटाते है. हर एक छोटी क्यों न हो पर लोकलुभावन तरीकों से इसकी प्रस्तुति किए जाने के कारण ये यूट्यूब आधारित चैनलों को जनाधार भी मिल रहा है.