नईदिल्ली ( तेजसमाचार प्रतिनिधि ) – देश में फर्जी खबरें और अफवाहें फैलने के बाद सामने आईं हत्या की घटनाओं के कारण आलोचना झेल रहे व्हॉट्सएप ने बड़ा कदम उठाने का निर्णय किया है. व्हॉट्सएप ने आज संदेश भेजने की सीमा को एक बार में पांच चैट के लिये सीमित करने समेत देश में अपनी सेवाओं पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की.
इससे पहले इलेक्ट्रोनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने 3 जुलाई, 2018 को वॉट्सएप को अपने लिखित संदेश में वॉट्सएप मंच के माध्यम से फैलाये जा रहे भड़काऊ संदेशों के दुरूपयोग को रोकने के लिए शीघ्रता से कदम उठाने को कहा था. उसी दिन वॉट्सएप ने मंत्रालय को अपना जबाव देते हुए कहा था कि इस तरह के संदेशों और झूठी खबरों को हटाने के लिए आवश्यक प्रयास बढ़़ाने की पहल कर दी गई है.
व्हॉट्सएप ने अपने बयान में कहा कि वह एप पर संदेश भेजने की सीमा को निर्धारित करने के लिये परीक्षण शुरू कर रही है. इसके अलावा उसने कहा कि वह मीडिया संदेशों के बगल में दिखाई देने पर वाले क्विक फारवर्ड बटन को भी हटायेगा.
व्हॉट्सएप ने ब्लॉग पोस्ट में कहा कि भारत में उसके उपयोगकर्ता अन्य देशों के उपयोगकर्ताओं की तुलना में अधिक संदेश, तस्वीर और वीडियो भेजते हैं. आज हम संदेश भेजने की सीमा को निर्धारित करने के लिये एक परीक्षण शुरू कर रहे हैं. यह व्हॉट्सएप के हर उपयोगकर्ता पर लागू होगा. भारत में … हम संदेश को एक बार में पांच चैट के लिये सीमित करने का भी परीक्षण करेंगे और मीडिया संदेश के बगल में दिखाई देने पर वाले बटन को भी हटाएंगे.
मैसेजिंग प्लेटफॉर्म पर भ्रामक और फर्जी खबरें प्रसारित होने के बाद व्हॉट्सएप को भारत सरकार की ओर से तीखी प्रतिक्रिया का सामना करना पड़ा था. सरकार ने इस तरह की खबरों को रोकने के लिये जरूरी कदम उठाने को कहा था.
गुरूवार को ही सरकार ने व्हॉट्सएप को दूसरा नोटिस भेजकर फर्जी और भ्रामक संदेशों के प्रसार को रोकने के लिए प्रभावी समाधान करने को कहा है. सरकार ने कंपनी को चेतावनी दी है कि अफवाहों के प्रसार में माध्यम बनने वाले भी दोषी माने जाएंगे और मूक दर्शक बने रहने पर उन्हें भी कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है.
हालांकि , कंपनी ने इस नोटिस पर अब तक जवाब नहीं दिया है. व्हॉट्सएप ने ब्लॉग में कहा कि कंपनी का मानना है ये बदलाव उसे एक निजी संदेशवाहक (मैसेजिंग) एप के रूप में बनाये रखने में मदद करेंगे. जिस काम के लिये इसे डिजाइन किया गया था. उसने कहा , ” हमने व्हॉट्सएप को निजी संदेशवाहक के तौर पर बनाया है , जो कि अपने परिवार और दोस्तों के साथ जुड़ने का सरल , सुरक्षित और विश्वसनीय तरीका है. इसलिये हमने नये फीचर्स को जोड़ा है. हम आपकी सुरक्षा और निजता को लेकर पूरी तरह से प्रतिबद्ध है और हम अपने एप को बेहतर बनाए रखने का कार्य जारी रखेंगे.
सरकार की और से ज़ारी विज्ञप्ति में बताया गया कि बिदर में एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी, जिसमें एक 32 वर्षीय सॉफ्टवेयर इंजीनियर मोहम्मद आजम को वॉट्सएप पर बच्चों का अपहरण करने वाली वायरल हुई अफवाह के बाद मार दिया गया. ये खेदपूर्ण है कि वॉट्सएप पर इस तरह के बड़े पैमाने पर फैलाये जा रहे गैर जिम्मेदाराना और झूठे संदेशों के कारण देश में चुनौतियों की विशालता और अपराध बढ़ रहे है, किन्तु वॉट्सएप ने अपने मंच के दुरूपयोग से जुड़ी इस समस्या का अभी भी पर्याप्त रूप से समाधान नहीं निकाला है.
मीडिया की खबरों के मुताबिक आम जनमानस का मानना है कि वॉट्सएप को इस मामले में बहुत कुछ किये जाने की जरूरत है. कानून प्रवर्तन एजेंसियों के द्वारा नफरत और उत्तेजना फैलाने वाले संदेशों का पता लगाने के मामले में भी वॉट्सएप की जवाबदेही बनती है. जब अराजक तत्वों के द्वारा झूठी खबरों को प्रसारित किया जाता है, तो ऐसी खबरों के लिए माध्यम बनने वाले मंच अपनी जिम्मेदारी और उत्तरदायित्व से नहीं बच सकते. इसके बावजूद भी अगर वे मुखदर्शक बने रहते है, तो उन्हें अपराध में बराबर का सहयोगी होने पर कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है.
उपर्युक्त विषयों के संदर्भ वॉट्सएप से ऐसे संदेशों को रोकने के लिए और अधिक प्रभावी समाधान तलाशने के लिए आज अनुरोध किया गया है, जिससे झूठी खबरों की पहचान करने और इन्हें आगे बढ़ाने वाले लोगों के प्रति कार्रवाई में कानून को लागू और उत्तरदायित्व को तय किया जा सके. वॉट्सएप को यह भी संदेश दिया गया है कि यह एक बेहद गंभीर मुद्दा है, जिस पर अत्यधिक संवदेनशील प्रतिक्रिया की आवश्यकता है.