गांधीनगर/ नई दिल्ली – गुजरात की मुख्यमंत्री श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने केंद्रीय नेतृत्व को आज एक पत्र लिख कर उन्हें पदमुक्त करने का आग्रह किया है जिस पर अंतिम फैसला सत्तारूढ भारतीय जनता पार्टी का केंद्रीय संसदीय बोर्ड करेगा। हालांकि ऐसा माना जा रहा है कि श्रीमती पटेल की विदायी लगभग तय है और उनके उत्तराधिकारी का फैसला भी भाजपा आलाकमान ही करेगा। नये मुख्यमंत्री की दौड में पार्टी के निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष विजय रूपाणी सबसे आगे माने जा रहे हैं। आनंदीबेन पटेल ने सोमवार को अपने फेसबुक पर इस बारे में सार्वजनिक लिखित और वीडियो संदेश में कहा कि पार्टी की ओर से 75 वर्ष की अधिकतम उम्र सीमा के बाद राजनीतिक जवाबदारी से मुक्त होने की अनुकरणीय परंपरा शुरू की गई है जिससे नई पीढ़ी को अवसर मिल सके। मेरे भी 75 साल आगामी नवंबर में पूरे हो रहे हैं, पर 2017 के अंत मे गुजरात में विधानसभा चुनाव हैं और जनवरी में महत्वपूर्ण निवेश सम्मेलन वाइब्रेंट गुजरात समिट, इसलिए मेरी जगह नवनियुक्त मुख्यमंत्री को इनकी तैयारियों के लिए समय मिल सके इसके लिए मैंने दो माह पहले भी पार्टी के वरिष्ठ नेतृत्व के समक्ष मुझे जवाबदारी से मुक्त करने का आग्रह किया था। मैं आज फिर पत्र के जरिए विरष्ठ नेताओं से मुझे मुख्यमंत्री पद से मुक्त करने की नम्र विनती कर रही हूं। ज्ञातव्य है कि पिछले साल राज्य में हिंसक पाटीदार (पटेल) आरक्षण आंदोलन के बाद से ही पटेल की विदाई की अटकले तेज थी। पिछले माह उना दलित कांड के बाद राज्यव्यापी हिंसक विरोध प्रदर्शनों को लेकर इन अटकलों ने फिर जोर पकड़ लिया था। इस बीच, मुख्यमंत्री के उत्तराधिकारी के तौर पर राज्य के ऊर्जा मंत्री सौरभ पटेल के नाम की भी अटकले तेज हो गई हैं।