नई दिल्ली. सोमवार को हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित किए गए. यहां भाजपा ने कांग्रेस के एक मजबूत गढ़ को हथिया लिया है. इस हार के साथ कांग्रेस अध्यक्ष बने राहुल गांधी ने एक राज्य और गंवा दिया. अब 4 राज्य और एक केंद्र शासित प्रदेश में ही कांग्रेस की सरकार बची है. हिमाचल प्रदेश में बीजेपी ने 44 जबकि कांग्रेस ने 21 सीटें जीतीं. हालांकि, बीजेपी को इस जीत के साथ ही एक बड़ा नुकसान भी हुआ. पार्टी के सीएम कैंडिडेट प्रेम कुमार धूमल चुनाव हार गए. धूमल की हार पर पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने स्पष्ट किया है कि धूमल अब सीएम नहीं होंगे. पार्टी जनादेश का आदर करेगी. अर्की सीट से वीरभद्र सिंह और शिमला ग्रामीण सीट से उनके बेटे विक्रमादित्य को जीत मिली. हिमाचल में बीजेपी को 48.7 जबकि कांग्रेस को 41.9% वोट हासिल हुए. राज्य की 68 सीटों पर 9 नवंबर को सिंगल फेज में वोट डाले गए थे. इस बार यहां 74.61 फीसदी वोटिंग हुई और 2003 का रिकॉर्ड टूट गया. तब यहां 72.61 फीसदी वोटिंग हुई थी. बीजेपी ने सीएम का नाम फाइनल करने के लिए रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और नरेंद्र सिंह तोमर को ऑब्जर्वर बनाया है.
हिमाचल प्रदेश के चुनाव में बीजेपी का वोट शेयर करीब 10% बढ़ा और कांग्रेस का करीब 1% कम हुआ. सीटों के मामले कांग्रेस को नुकसान तो बीजेपी फायदा में रही. इस बार बीजेपी को 44 (पिछली बार 26) सीटें मिलीं, वहीं कांग्रेस को 21 (पिछली बार 36) सीटें मिलीं थी.
जीत के बाद सोमवार देर शाम दिल्ली में बीजेपी पार्लियामेंट्री बोर्ड की मीटिंग हुई. इसके बाद केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने बताया कि पार्टी ने गुजरात के लिए वित्त मंत्री अरुण जेटली, जनरल सेक्रेटरी सरोज पांडे और हिमाचल प्रदेश के लिए रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण, नरेंद्र सिंह तोमर को ऑब्जर्वर बनाया है. चारों नेता दोनों राज्यों में जाएंगे और विधायकों की राय लेकर मुख्यमंत्रियों के नाम फाइनल करेंगे.
– धूमल नहीं होगे मुख्यमंत्री
चुनाव से पूर्व प्रचार के दौरान अमित शाह ने धूमल को पार्टी का सीएम कैंडिडेट घोषित किया था. लेकिन धूमल चुनाव हार गए है. धूमल की हार के बाद शाह ने स्पष्ट किया कि भाजपा जनादेश का आदर करना जानता है. धूमल अब हिमाचल के सीएम नहीं होंगे. नए सीएम के नाम की घोषणा जल्द ही की जाएगी.