एरंडोल. तहसील में बुधवार देररात को हुई मुसलाधार बारिश के कारण कपास, सोयाबीन, मकई, ज्वार इस खरीफ फसल का बडे पैमाने पर नुकसान हुआ है. बारीश के कारण किसानों के मुंह का निवाला दूर हो जाने के कारण किसान निराश हो गए है. तहसील में विगत दो दिनों से सभी ओर जोरदार बारीश हुई. एरंडोल में 35, कासोदा में 47,रिंगणगाव में 98 तथा उत्राण में 132 मिलीमीटर बारीश दर्ज की गई है. उत्राण एवं रिंगणगांव में मुसलाधार बारिश के कारण फसलों का बड़ा नुकसान हुआ है. इस साल बारीश का प्रमाण कम हुआ तो भ्ीा फसलों की स्थिती अत्यंत अच्छी थी. किन्तू दो दिन हुई बारिश के कारण किसानों के मंुह का निवाला दूर हो जाने से किसानों पर आर्थिक संकट निर्माण हुआ है.
तहसील में लगभग ७८ मिलीमीटर बारीश हुई है. अब तक ६०७ मिलीमीटर बारीश हुई है. तहसील में सभी तरफ बारीश होने के बावजुद अंजनी प्रकल्प के जलसंचयन में वृद्धी नहीं होने से पानी किल्लत का संकट कायम है. इस बीच कल हुई बारीश के कारण जीवितहानी नहीं हुई तो भी वित्तहानी बडे पैमाने पर हुई है. कल रात ८ बजे बारीश शुरू हुई. बिजली के कड़कड़ाने सहित बारीश शुरू होने के कारण बिजली आपुर्ती खंडीत हुई थी. शहर में संपुर्ण रात भर बिजली आपर्ती खंडीत होने से नागरिकों को कईं परेशानियों का सामना करना पड़ा. बारीश के कारण हुए नुकसान का अवलोकन करने के लिये राजस्व कर्मचारी जाने की जानकारी तहसीलदार कार्यालय की ओर से दी गई. गुरूवार सुबह से ही बिजली वितरण दिनभर में कईं बार खडीत था. विद्युत मंडल के कार्यालय की ओर से इसके बारे में कोई भी जानकारी ना दिये जाने के कारण ग्राहकों द्वारा नाराजगी व्यक्त की गई.