जामनेर (नरेंद्र इंगले):रवीवार दोपहर क्षेत्र के तोनडापुर फत्तेपूर जिला परिषद गुट समेत वाकोद पंचायत गण के करीब 40 गावो के परीपेक्ष मे जोरदार ओलावर्षा होने के कारण हजारो एकड खेतीहर जमीन पर खडी लहलहाती रबी की फसले चौपट हो गयी है . सुत्रो के मुताबीक कुछ घंटो तक हुई मुसलाधार वर्षा मे ओलो का आकार 2 इंच तक नापा गया है . सुबह से बादलो की गर्दीश के बीच अचानक ओलो की बारीश के जद मे आए इस क्षेत्र की गेहू , चना , जवार की पुरी तरह तैय्यार और कटाई पर आयी फसले धाराशाहि हो गयी है . ओलावर्षा के दौरान कीसी के हताहत होने की आधिकारीक तौर पर कोई खबर नहि है .
पंचनामे की पंचायत और हरजाने की कवायद से कीसान चिंतीत – खरीप के दौरान मुफीद रूप से आयी कपास की फसल के दरो को लेकर उम्मीद लगाए कीसानो को सरकार द्वारा घोषित अनचाहे न्यूनतम समर्थन मुल्य (एमएसपी) से मिली मायूसी का माहौल रबी की बेहतर फसलो से छटता नही की ओलो के जरीये रबी की फसलो पर गिरे कुदरत के इस कहर से सिमान्त कीसानो के मुह का निवाला छीन सा गया है . ऐसे मे ओला बारीश से बर्बाद रबी की फसलो के हरजाने के लिए प्रशासन द्वारा लगायी जाने वाली पंचनामे की पंचायत के बाद मिलने वाली नाकाफी सरकारी रकम के लिए होने वाली संभावीत भागदौड की कल्पना करते हि ओला पिडीत कीसानो की चिंताओ मे होती व्यापक बढोतरी को कीसानो के मुरझाए चेहरो पर साफ साफ देखा जाने लगा है . बहरहाल प्रशासन ने वर्षा से कीसानो के हुए आर्थिक नूकसान के बारे ने कोई ठोस प्रतीक्रिया व्यक्त नहि की है .