धुलिया (तेज़ समाचार के लिए वाहिद ): समाजवादी पार्टी धुलिया महानगर युवा मोर्चा ईकाइ ने केन्द्र सरकार की हज नीति 2018 का विरोध दर्ज कराया है. जिसमें मुंबई स्थित हज कमेटी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया है. जिसमें सपा ने हज नीति 2018 की खामियों पर आपत्ति दर्ज काराई है और कहा है कि नई हज नीति की सिफारिशों से हज यात्रियों को काफी परेशानी होगी. अब से पांच साल पहले हज के लिए आवेदन प्रक्रिया जनवरी में शुरू होती थी, लेकिन अब नवम्बर से हज के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू होगी. इस से हज यात्रियों को परेशानी होगी. इसी तरह नई हज नीति में 45 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं के साथ मेहराम के साथ जाने पर रोक लगा दिया है. यह नियम इस्लाम धर्म शरिया के खिलाफ है.
समाजवादी पार्टी धुलिया ने ज्ञापन सौप कर इसमें सुधार की मांग की है. ज्ञापन में बताया गया है कि हज कमेटी ने बिना किसी कारण से हज यात्रा पर जाने वाले यात्रियों को चौथी और पांचवीं बार आवेदन करने के उपरांत हज यात्रियों को आरक्षित स्थान दिया जाता था. केन्द्र सरकार ने मध्यमवर्गीय हज यात्रियों पर अन्याय किया है. जिससे गरीब हज यात्रियों को अनेक प्रकार की आर्थिक दिक्कतों का सामना करना होंगा. केन्द्र सरकार की नई हज नीति से आम आदमी की परेशानियां बढ़ी है. सामान्य आम आदमी ही हज कमेटी द्वारा हज यात्रा पर जाता है. उसे आशा होती है कि चार से पांचवे साल में हज यात्रा का निश्चित नंबर आता था. एक गरीब मुस्लिम महिला पाई पाई जमा करके हज की तैयारी करती है, लेकिन नये नियम से उसके लिए हज करना मुश्किल हो गया है. ऐसे में हज कमेटी से धुलिया युवा मोर्चा अध्यक्ष गुड्डू काकर के नेतृत्व में हज कमेटी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी से अपील की गई है कि हज यात्रा के मद्देनजर नई हज नीति की सिफारिशों पर ध्यान दें और उसमें सुविधा जनक बदलाव करें. 2018 की खामियों से उन्हें अवगत कराया और नई हज नीति की सिफारिशों पर पार्टी की तरफ से आपत्ति दर्ज की. इस दौरान प्रतिनिधि मंडल की तरफ से डॉ खान को एक ज्ञापन भी सौंपा गया. प्रतिनिधिमंडल में समाजवादी पार्टी प्रदेश महासचिव सचिव मेराज सिद्दीकी गुड्डू ककर, मज़हर शेख, अल्ताफ शेख, नईम अख्तर और कल्याण के हामिद सैयद सहित कई अन्य पार्टी कार्यकर्ता मौजूद थे.