रावेर (तेज समाचार प्रतिनिधि). तहसील के सातपुडा पर्वत परिसर में बाघ रहते है. इस पर्वत के पाल परिसर में उनका दर्शन होने की चर्चा हमेशा होती है. किन्तू तहसील के पूर्व केर्हाला एवं मंगरूल इलाके में भी कईं किसानों ने केला एवं मकई की खेती में प्रत्यक्ष पट्टेदार बाघ का दर्शन करने से वन विभाग ने इस परिसर में गश्त दस्ते की नियुक्ती की है. इस बारे में विस्तृत जानकारी के अनुसार 26 फरवरी को दोपहर सुधाकर शंकर महाजन यह अपने केलाबाग में काम कर रहे थे तभी अचानक एक पट्टेदार बाघ उन्हे दिखाई दिया. जिसके कारण उन्होने भयभित होकर अन्य साथियों को मदद के लिये बुलाया. जिसके कारण गांव में यह बात फैलने से नागरिकों ने खेत की ओर भीड़ की.
घटना की गंभीरता को देखते हुए अमोल पाटील, महेश पाटील, पूर्व सरपंच अनिल महाजन ने वन विभाग एवं पुलिस अधिकारी से संपर्क साधा. जिसके कारण वन परीक्षेत्र अधिकारी राजेंद्र राणे एवं पुलिस निरीक्षक नरेंद्र पिंगले ने अपने कर्मचारियों के साथ उस ओर रूख कर नागरिकों की भीड़ नियंत्रित कर बाघ के निशान देखे. यहां पर उपस्थित होने वाले विशाल शंकर कुंभार, अक्षय संतोष महाजन, पुष्पराज गोविंदा महाजन, वैभव विजय महाजन, समशेर चांद्खा तडवी ने वह बाघ पट्टेदार एवं बडे आकार का होने की बात कही. घटना की जानकारी मिलते ही वनसंरक्षक संजय दहिवले, सहायक वनसंरक्षक पी.आर.पाटील ने लेकर सभी कर्मचारियों को मार्गदर्शक निर्देश दिये. जिसके देखते हुए वनपाल सोनवणे, भदाणे सहित वनरक्षक अतुल तायडे, हरेश थोरात, रोहिणी थोरात, सुपडू सपकाले, संभाजी सूर्यवंशी, गजानन अधावाने, नीलम परदेशी, अरुणा आले, सहित कर्मचारी ने परिसर मनुष्य रहीत कर उनकी खोज करने के लिये पारी-पारी से गश्त के लिये परिश्रम ले रहे है.
– सावधान रहे नागरीक : राजेंद्र राणे
मुक्ताईनगर तहसील में बाघ का निवास है. उस इलाके का बाघ इस इलाके में आया है, इस बात को नकारा नहीं जा सकता. इसी लिये केर्हाला एवं मंगरूल परिसर के किसानों को खेत में जाते समय समुह से जाकर काम करने एवं रात को संभवतः ना जाने, बाघ दिखाई देने पर तत्काल वन विभाग से संपर्क करने, कोई भी अनुचित घटना घटित ना हो इसका ध्यान रखने का आह्वान वन परिक्षेत्र अधिकारी राजेंद्र राणे ने किया है.