जलगाँव ( तेज़ समाचार प्रितिनिधि )- राज्य में इन दिनों महा अवयवदान महोत्सव शुरू है . इस महोत्सव को ध्यान में रखते हुए शहर के जिला कारागृह में संवाद पर्व का आयोजन किया गया . कार्यक्रम के दौरान कारागृह के कैदी सचिन गुमान सिंह जाधव ने प्रतिनिधि स्वरूप मृत्यु उपरांत अपने अंग दान करने का सहमति पत्र भरा . जिसके उपरांत उपस्थितों द्वारा तालियां बजाकर कैदियों की इस भावना की प्रशंसा की . संवाद पर्व के दौरान 400 कैदियों ने मृत्यु उपरांत अपने अंग दान करने का संकल्प भी किया .
जिला अस्पताल, जीएम फाउंडेशन एवं जिला सूचना कार्यालय के संयुक्त तत्वाधान में इस संवाद पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया था . जिला कारागृह में कैदियों में अवयव दान को लेकर जन जागरण निर्माण करते हुए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के मार्गदर्शन व वैद्यकीय शिक्षण मंत्री गिरीश महाजन की संकल्पना से राज्य में चलाए जा रहे महा अवयवदान जन जागरण अभियान के बारे में जानकारी दी .
जिल्हा शल्य चिकित्सक डॉक्टर चौहान ने उपस्थितों का मार्गदर्शन करते हुए बताया कि शरीर यह नष्ट होने वाला है, मृत्यु उपरांत भी यदि जीवित रहना हो तो अपने अंगों का दान करना चाहिए . इसके लिए शहर के नागरिकों में जन जागरण आवश्यक है . आज अनेक नागरिकों को यह जानकारी नहीं है कि वह अपने शरीर के कौन-कौन से अंग दान कर सकते हैं . जिला कारागृह अधीक्षक सुनील करने मार्गदर्शन करते हुए बताया कि कैदियों की ओर देखने का समाज दृष्टिकोण अलग है . कैदी कभी भी बुरा नहीं होता, आवश्यकता व परिस्थिति उसे बुरा बना देती है . कारागृह में विभिन्न माध्यमों से कैदियों के सामाजिक जीवन में बदलाव लाने का प्रयास किया जाता है . यदि कोई एक अपराधी के रूप में आता है तो जेल से बाहर जाते समय वह समाज का जिम्मेदार अंग बनकर ही निकलता है. इस कारण से कैदियों के प्रति कोई द्वेष भावना नहीं रखनी चाहिए . वह भी हमारी तरह समाज के घटक हैं .
जीएम फाउंडेशन जिले में विभिन्न रोगों पर स्वास्थ्य शिविर का आयोजन करता है . कार्यक्रम में वरिष्ठ डाक्टर शशिकांत गाजरे ने विस्तार से जानकारी दी . वहीँ पत्रकार अयाज़ मोहसिन ने उपस्थितों का मार्गदर्शन करते हुए कैदियों को मृत्यु उपरांतअपने अंग दान करने के लिए प्रेरित भी किया.