नंदुरबार (तेज़ समाचार प्रतिनिधि ):नंदुरबार जिले में करीब सात हजार संकरित गायों व भैसों को पैदा किया गया है जो सरकार की ओर से बीते करीब छह महीनों से देशी गोवंश वृद्धि के लिए जारी अनुवांशिक संशोधन कार्यक्रम का हिस्सा हे . सूत्रों के मुताबिक इस अभियान में दो वर्ष पहले से ही जिले में कृत्रिम गर्भाधान के माध्यम से तापी खिल्लार व गीर नस्ल का संवर्धन किया जा रहा है. प्राप्त जानकारी के मुताबिक जिले में गत दो वर्ष की अवधि में | कृत्रिम गर्भाधान पद्धति से करीब 7 हजार गाए एवं भैसों को जन्म दिया गया है. पशु संवर्धन विभाग की ओर की हुई इस कोशिश के चलते क्षेत्र में मवेशियों की संख्या बढ़ गई है. इसमें खिलारी व गावठी पशुओं के संवर्धन को बढ़ावा दिया गया है. इसके लिए जिले में 74 कृत्रिम गर्भाधान केंद्र कार्यरत हैं.
इस कार्यक्रम के चलते तथा सरकार के गोवंश वृद्धि नीति से जिले के विविध क्षेत्र की गीर व डांगी गायों की नस्ल बढ़ गई है. जर्सी, गावठी, खिल्लार, गीर, डांग, काठियावाड़ी, सूरती, मुरहा आदि नस्लों के मवेशियों की संख्या में बड़े पैमाने | पर इजाफा हुआ है. नंदुरबार में गत दिवस सजी पशु प्रदर्शनी, सरकारी प्रयलों से यहां गर्भाधान के लिए मादा पशुओं को लाया जाता है.