न्यूयॉर्क (तेज समाचार डेस्क). अपने भारत में एक कहावत है, जिसको राखिए साईंया, मार सके ना कोय. इसके अनेक उदाहरण भी हमें अपने ही आस-पास देखने-सुनने को मिलते है और फिर यह कहावत पूरी तरह से सार्थक हो जाती है. कहा जाता है कि जीवन-मृत्यु भगवान के हाथ है. जब तक ऊपरवाले की मर्जी न हो, इसान का बाल भी बांका नहीं होता. कई ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं, जहां इंसान मरकर भी जिंदा हो उठा है. अभी कुछ दिन पहले हरियाणा में एक ऐसी ही घटना घटी थी. वहां पर एक व्यक्ति की मृत्यु होने के बाद जब उसे अंतिम संस्कार के लिए ले जाया जा रहा था तभी वह जिंदा हो उठा. जिंदा होने के बाद उसने अद्भुत बातें भी बताईं थीं.
– सिर से गुजर गया था ट्रक का पहिया
ऐसी ही एक घटना हाल ही में अमेरिका में घटी, अमेरिका में एक 13 वर्षीय लड़के ट्रेंडन मैककिनले का भयानक एक्सीडेंट हो गया था. उसके सिर के ऊपर से ट्रक का पहिया गुजर गया था. दुर्घटना के बाद मैककिनले कोमा में चला गया था. दो महीने तक उसे लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया. उसकी मां जेनिफर को बेटे के ठीक होने की कोई उम्मीद नहीं बची तो उसने बेटे के अंगदान करने का हैं फैसला किया. उसकी मां ने ऑर्गन डोनेशन फार्म पर हस्ताक्षर भी कर दिए. डॉक्टर्स ने इसके लिए पांच बच्चों को तलाश भी कर ली. जिन्हें टेंडन के अंग लगाए जाने थे. वह दिन भी आ गया जब ट्रेंडन का लाइफ सपोर्ट सिस्टम हटाना था, लेकिन इसके पहले ही टेंडन को होश आ गया. वह अपनी मां से बात करने लगा. यह देखकर डॉक्टर हैरान हो गए. वे इसे मेडिकल का चमत्कार बता रहे हैं. होश आने पर ट्रेंडन ने बताया कि टक्कर के बाद मैं पत्थर से टकराकर गिर गया. इसके बाद मेरे ऊपर से ट्रक गुजर गया. इसके अलावा मुझे कुछ याद नहीं. उसकी मां जेनिफर ने मीडिया से यह जानकारी साझा की. उन्होंने बताया कि टेंडन अपने दोस्त के यहां खेलने गया था. उसी समय एक ट्रक ड्राइवर लापरवाही से गाड़ी चला रहा था. उस ट्रक की चपेट में टेंडन आ गया. वह जमीन पर गिरा तो ट्रक का पहिया उसके सिर के ऊपर से गुजर गया. उसे हॉस्पिटल ले जाया गया. इस हादसे में उसके सिर में 7 फ्रेक्चर हो | गए थे. उसे ब्रेन इंजुरी भी हुई थी. वह ठीक ढंग से सांस भी नहीं ले पा रहा था, धीरे-धीरे उसके अंगों ने काम करना बंद कर दिया. कुछ दिन बाद डॉक्टरों ने उसे ब्रेन डेड घोषित कर दिया था. इसके बाद मेरी उम्मीद टूट गई थी.
– पूरी तरह से स्वस्थ्य है ट्रेडन
टेंडन की मां जेनिफर ने बताया कि मेरी उम्मीद उस दिन टूट गई जब मैंने बेटे को बिना हरकत के 15 मिनट तक पड़े देखा, तब मैंने बेटे के अंगदान करने का फैसला किया और फार्म पर हस्ताक्षर कर दिए, अगले दिन ट्रेंडन का लाइफ सपोर्ट सिस्टम हटाना था. उससे पहले मौत की पुष्टि करने के लिए उसका फाइनल ब्रेन टेस्ट भी होना था. इसी वक्त चमत्कार हुआ. ट्रेडन ने आंखें खोलीं. इसके बाद डॉक्टर्स ने उसकी तीसरी सर्जरी की. उस सर्जरी के बाद ट्रेंडन पूरी तरह ठीक हो गया. अब वह चल फिर सकता है. बात करता है. किताब पढ़ता है.