जलगांव. किर्लोस्कर वसुंधरा आंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव का आयोजन जलगांव में ७ से १० दिसंबर को किया जानेवाला हैं. पर्यावरण स्कूल में हुई संयोजन समिति की बैठक में यहं निर्णय लिया गया. राज्यस्तरीय व्याघ्र परिषद व राज्यस्तरीय पर्यावरण साहित्य संमेलन इस महोत्सव का मुख्य आकर्षण रहनेवाला हैं. इस बैठक के अध्यक्षस्थान पर पर्यावरण आंदोलन के ज्येष्ठ कार्यकर्ता अभय उजागरे थे. तथा इससमय महोत्सव के संयोजक राजेंद्र नन्नवरे, बालकृष्ण देवरे, वासुदेव वाढे, अर्चना उजागरे, सविता भोले, उमेश इंगले, चेतना नन्नवरे, अमन गुजर, वर्धमान भंडारी आदींसह जिले के निसर्ग संवर्धन और पर्यावरण क्षेत्र के अनेक संस्था के प्रतिनिधी शामिल हुए थे.
नदी बचाए,जीवन बचाए
सर्मपण संस्था संचलित पर्यावण स्कुल, रोटरी क्लब ऑफ ईस्ट व इंडियन इन्स्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलॉजी इनके संयुक्त तत्वधान में और जैन उद्योग समूह के सहकार्य से इस महोत्सव का आयोजन हरसाल किया जाता हैं. इससाल वसुंधरा महोत्सव की मध्यवर्ती संकल्पना ‘नदी बचाए, जीवन बचाएÓ ऐसी हैं. इसपर आधारीत जानकारीपट और उपक्रमों का आयोजन स्कुल और महाविद्यालयों में किया जानेवाला हैं.
विविध स्पर्धा का आयोजन
वसुंधरा महोत्सव के अवसर पर निसर्ग संवर्धन व पर्यावरण क्षेत्र में काम करनेवाले कार्यकर्ते व संस्थाओं को वसुंधरा सन्मान और वसुंधरा मित्र पुरस्कार से सन्मानित किया जाएगा. तथा लघुपट, माहितीपट, निसर्ग, वन्यजीवन छायाचित्र स्पर्धा, फेस पेंटिंग स्पर्धा, पथनाट्य स्पर्धा का आयोजन किया जानेवाला हैं. स्कुल एवं महाविद्यालयों में जानकारीपट का सादरीकरण, व्याख्यान व चर्चासत्रों का भी महोत्सव के दौरान आयोजन किया जाएगा.
तीन समितियों का गठन
महोत्सव के लिए तीन समितीओं की स्थापना की गई हैं. वसुंधरा कार्यक्रम और उपक्रम समिती में वासुदेव वाढे, सविता भोले, सुरेंद्र चौधरी, मिलिंद भारंबे, भागवत कोली आदि शामिल हैं. व्याघ्र परिषदे में अभय उजागरे, बालकृष्ण देवरे, अमन गजर, राहुल सोनवणे, योगेश गालफाडे तथा महाराष्ट्र राज्यस्तरीय पर्यावरण साहित्य संमेलन के आयोजन समिती में राजेंद्र नन्नवरे, अर्चना उजागरे, उमेश इंगले, इम्रान तडवी आदि का समावेश हैं. इसके बाद अनेक उपसमितीओं की रचना की जानेवाली हैं. समाजिक संस्था, स्कुल, महाविद्यालय व पर्यावरण आदोलन कार्यकर्तो ने इस महोत्साव में शामिल होने का आवाहन महोत्सव के संयोजक राजेंद्र नन्नवरे ने किया हैं.