जाननेर (तेज समाचार प्रतिनिधि). खंडहर मे तब्दील हो चुके तहसील जिनिंग सोसायटी का विकास करने की बजाय इस संस्था को कब्जे में लेने के लिये 13 मई को होने वाले आम चुनाव के लिये सिंचाई मंत्री गिरीश महाजन ने पूर्व सांसद ईश्वर जैन से हाथ मिलाकर 17 सीटों के लिए पैनल बनाया है. जिसमें जैन को केवल 2 सीटे दी गयी है. वहीं कांग्रेस – राष्ट्रवादी गठबंधन का नेतृत्व करते हुए नेता संजय गरुड ने सभी 17 सीटों के लिए प्रत्याशियों को मैदान में उतारा है.
– 35 प्रत्याशी मैदान में
नामांकन वापसी के बाद कुल मिलाकर 35 प्रत्याशी मैदान में हैं जिसमे सहकारी संस्था 4, व्यक्तिगत 7, महिला 2, ओबीसी 1, आर्थिक पिछड़ा 1, घुमंतु 1, अनुसूचित जाति 1, इस तरह श्रेणियों का विभाजन किया गया है.
– 850 मतदाता करेंगे अधिकारों का प्रयोग
सूत्रों के मुताबिक संस्था के लिये करीब 850 वोटर्स मतदान करेंगे. इस चुनाव के लिए सभी दलों की आम सहमति से शुरू में बना निर्विरोध चुनाव का माहौल भाजपा के अति आत्मविश्वासी रवैए के कारण बिगड़ गया और गरुड ने अपना पैनल गोलबंद कर लिया. वैसे भी शेंदुर्नी की सहकारी संस्थाओं के अपवाद को छोड़ दिया जाए, तो बीते तीन दशकों से क्षेत्र की तमाम सहकारी संस्थाओं में उनके समग्र विकास के नाम पर लड़े गए चुनाव वास्तविक रूप मे केवल उनकी अचल संपत्तियों के देखरेख के लिये ही संपन्न करवाए जा रहे हैं. सहकार क्षेत्र के लिये मार्केट कमेटी चुनाव से बना महाजन – जैन गठजोड का समीकरण अब भी बना हुआ है, जो गरुड के वर्चस्ववाले संस्था चुनावों में बुरी तरह पिट चुका था. मजे की बात यह है कि किसान संघ में गठबंधन के पूर्ववर्ती संचालक मंडल पर आर्थिक गबन के कथित मामले में नामजद तत्वों को भी भाजपा पैनल में प्रत्याशी बनाया गया है. वहीं राष्ट्रवादी ने परीवारवाद के तहत वोटों का गणित बिठाने का प्रयास किया है. निकाय चुनाव में बुरी तरह पटकनी खा चुके विपक्ष के लिये सहकार में होने जा रहा नगर का पहला प्रयोग होगा.